क्या एक और गल्फ वॉर करीब है? इजरायल ने पहले हमास की कमर तोड़ी, फिर नसरल्लाह का किया खात्मा, क्या अब अगला टारगेट ईरान?
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इस समय पश्चिम एशिया सबसे उथल-पुथल भरे दौर में है. आने वाले समय में इस क्षेत्र में संघर्ष बढ़ सकता है. अमेरिका ने भी इजरायल की मदद का ऐलान कर दिया है. फिलहाल, हालिया संघर्ष ने पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ा दिया है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या एक और गल्फ वॉर करीब हो सकता है.
इजरायल युद्ध के मोर्चे पर है और सालभर से आसपास के देशों के हमले झेल रहा है और उनका माकूल जवाब भी दे रहा है. इजरायल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास, लेबनान से हिज्बु्ल्लाह, यमन से हूती विद्रोही, इराक और सीरिया से ईरान समर्थित मिलिशिया लगातार रॉकेट और बम बरसा रहे हैं. ईरान के हमले का भी खतरा बना हुआ है. इस सबके बीच, इजरायली सेना अपने दुश्मनों को चुन-चुनकर मार रही है और उनका खात्मा कर रही है. फिलहाल, यह जंग खत्म होते नहीं दिख रही है और अरब देशों में तनाव देखने को मिल रहा है.
युद्ध की शुरुआत हमास ने की और अंजाम तक इजरायल पहुंचाते दिख रहा है. 7 अक्टूबर 2023 को सबसे पहले हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर नरसंहार किया तो पलटवार में इजरायली सेना ने फिलिस्तीनी लड़ाकों (हमास) की कमर तोड़ दी और गाजा को बारूद का ढेर बना दिया है. उसके बाद अब हमास के सहयोगी निशाने पर आ गए हैं. हफ्तेभर से लेबनान में दहशत का माहौल है. सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है. एक झटके में हिज्बुल्लाह का चीफ नसरल्लाह का खात्मा हो गया है. अब इजरायली डिफेंस फोर्स ने हूती विद्रोहियों पर बम गिराए हैं.
अब इजरायल का टारगेट बन गए हमास के सहयोगी
हिज्बुल्लाह, लेबनान का आतंकी संगठन है. हूती, यमन का शिया मिलिशिया ग्रुप है और 2014 से यमन के बड़े हिस्से पर ईरान के समर्थन वाले हूती विद्रोहियों का कब्जा है. जानकार कहते हैं कि हमास ने जब इजरायल में घुसकर नरसंहार किया था, तभी यह तय हो गया था कि इस हमले का अंजाम भी उतना ही भयावह होने वाला है. इजरायल ने पहले हमास के अंतिम लड़ाके को मार गिराने तक युद्ध भूमि में रहने का ऐलान किया और फिर जब हमास के समर्थन में लेबनान, हूती जैसे संगठन कूदे तो अब वे भी इजरायल के अगले टारगेट बन गए हैं.
क्या एक और गल्फ वॉर करीब है?
इस समय पश्चिम एशिया सबसे उथल-पुथल भरे दौर में है. आने वाले समय में इस क्षेत्र में संघर्ष बढ़ सकता है. अमेरिका ने भी इजरायल की मदद का ऐलान कर दिया है. फिलहाल, हालिया संघर्ष ने पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ा दिया है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या एक और गल्फ वॉर करीब हो सकता है. हालांकि, इस सवाल का जवाब कुछ फैक्टर्स पर निर्भर करता है.
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