
कोरोना के दौरान अनाथ हुई जुड़वा बहनों ने पाई डिस्टिंक्शन, DM ने सम्मानित कर बढ़ाया हौसला
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DM ने कहा कि यह एक उम्मीद की किरण है. जिन बच्चों के माता पिता नहीं है उन्होंने सीमित साधनों में यह सफलता अर्जित की है. यह अन्य छात्रों के लिए भी एक संदेश है और उम्मीद की एक किरण है कि यदि मन में निश्चय हो तो कोई भी बाधा पार की जा सकती है.
UP Board Toppers: यूपी के देवरिया में कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुई जुड़वा बहनें रिद्धि पांडेय और सिद्धि पांडेय यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा में पास हुईं तो DM ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया. उन्होंने उपहार देकर दोनों बहनों को सम्मानित किया. DM ने कहा कि यह एक उम्मीद की किरण है. जिन बच्चों के माता पिता नहीं है उन्होंने सीमित साधनों में यह सफलता अर्जित की है. यह अन्य छात्रो के लिए भी एक संदेश है और उम्मीद की एक किरण है कि यदि मन में निश्चय हो तो कोई भी बाधा पार की जा सकती है.
बता दें कि भट्ट जमुआव निवासी रिद्धि पांडेय और सिद्धि पांडेय के पिता की मौत 2018 में हुई थी, जबकि कोविड में 2021 में मा की मृत्यु हो जाने से यह दोनों अनाथ हो गई थीं. वर्तमान में पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना से दोनों की पढ़ाई जारी है. दोनों बच्चियां उर्मिला विद्या मंदिर इंटर कालेज फुकवरिया की छात्रा थीं.
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में सिद्धि पांडेय ने 377 नंबर और रिद्धि पांडे ने 374 नंबर स्कोर किए हैं. इस मौके पर DM ने उन्हें कलेक्ट्रेट बुलाकर माला पहनाई और मिठाई खिलाकर उपहार देकर सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया. इस मौके पर DM जे पी सिंह ने कहा, 'आज जो यूपी बोर्ड का रिजल्ट आया है, उसमें देवरिया में अच्छा परसेंटेज रहा है. उसी में से हमारी दो बच्चियां हैं रिद्धि पांडे और सिद्धि पांडे, जो जुड़वा बहने हैं. बहुत खुशी की बात है कि दोनों बच्चियों के डिस्टिंक्शन मार्क्स हैं.

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