'काजू कतली भजिया' देखकर जनता हुई बेचैन, कहा- मिलनी चाहिए इस गुनाह की सजा
AajTak
एक अजीबोगरीब फ्यूज़न स्नैक 'काजू कतली भजिया' ने सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है. वायरल वीडियो में काजू कतली के साथ किये गए इस प्रयोग पर लोग हैरान हैं और एक से बढ़कर एक दिलचस्प प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
सोशल मीडिया के इस दौर में जब हर दूसरी चीज को वायरल करने के लिए दिमाग लगाया जा रहा हो, खाना पीछे क्यों रहे. क्रिएटिविटी का लबादा ओढ़कर फूड आउटलेट्स रोज नए नए प्रयोग कर रहे हैं. उसे फ्यूजन का नाम दिया जा रहा है और ग्राहकों के सामने परोसा जा रहा हैं.
क्योंकि खाने के साथ किया जा रहा ये प्रयोग उस व्यक्ति को, जिसने उसे बनाया होता है रातों रात ही सोशल मीडिया सेंसेशन बना देता है. इसलिए फ्यूजन अब सिर्फ बाजार में मौजूद फूड आउटलेट्स तक सीमित नहीं है. इसे हम अपने आस पास मौजूद किचन में भी देख सकते हैं.
नवीनतम फ्यूजन स्नैक 'काजू कतली भजिया' एक इसी तरह का फ्यूजन है. जो एक बार फिर अपनी तरफ पूरे सोशल मीडिया का ध्यान खींचता हुआ नजर आ रहा है. इस 'अनूठे' व्यंजन को पकाती एक महिला के वीडियो पर अविश्वास से लेकर पूरी तरह से अस्वीकृति तक, एक से बढ़कर एक प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
'काजू कतली भजिया फ्राई होते देख पुनः इस बात की पुष्टि हो गई है कि हम एक ऐसी दुनिया में रह रहे हैं जहां पाक प्रयोगों की कोई सीमा नहीं है.
अंबानी का सस्ता इंटरनेट पता नही क्या क्या दिखायेगा !! 🤷🏽♂️😭 pic.twitter.com/FEL5m5QAr7
इंटरनेट पर वायरल वीडियो में महिला काजू कतली के हर टुकड़े को ध्यान से चुनकर उसे बेसन और मसालों के नमकीन घोल में लपेटती और फिर गर्म तेल में तलती नजर आ रही है. लोग इस फ्यूजन को देखकर हैरान हैं और कहा यही जा रहा है कि आखिर काजू कतली जैसी उम्दा चीज के साथ ये घिनौना मजाक हुआ तो किसलिए?
Drone Delivery: ड्रोन का इस्तेमाल अब खेती से लेकर डिलीवरी और युद्ध तक में हो रहा है. हालांकि, शहरों और रिमोट एरिया में ड्रोन डिलीवरी में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. इसकी वजह इनकी पहुंच का आसान होना है. जहां रिमोट एरिया में रास्तों की चुनौती होती है, तो शहरों में ट्राफिक इन रास्ते का रोड़ा होता है. ऐसे में ड्रोन्स कैसे डिलीवरी के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं.
गुजरात के मुख्य सचिव की ओर से कोर्ट में हलफनामा पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि राज्य सरकार के 27 विभिन्न विभागों में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 21,114 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं. इन रिक्तियों में 9,251 पद दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए, 4,985 पद श्रवण बाधितों के लिए, 1,085 पद लोकोमोटर विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए, और 5,000 पद अन्य विकलांगताओं से प्रभावित व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं.