करियर को फिर से ट्रैक पर ला रहीं Shweta Tiwari , रियलिटी शोज से फोटोशूट्स तक सुर्खियों में छाए
AajTak
निजी जिंगदी के मसलों को साइड कर श्वेता काम पर पूरी तरह से फोकस करने में बिजी हैं. ताकि वे बतौर सिंगल मदर अपने दोनों बच्चों की परवरिश में कोई कोर कसर ना छोड़ सके.
साल 2001 में टीवी पर एक प्रेम कहानी ने दस्तक दी. वो थी अनुराग बसु और प्रेरणा की. सीरियल कसौटी जिंदगी के दो ऐसे किरदार जिन्होंने रातोंरात शोहरत बटोरी. शो चाहे ऑफएयर हो गया लेकिन शो के लीड सितारे आज भी उसी नाम से जाने जाते हैं. सीरियल में प्रेरणा का रोल किया था श्वेता तिवारी ने. बेहद खूबसूरत चेहरा, लंबी कद काठी, शार्प फीचर्स के साथ मिलियन डॉलर स्माइल...प्रेरणा बनकर श्वेता ने लोगों के दिलों पर राज किया.
कसौटी जिंदगी की से स्टार बनीं श्वेता तिवारी इसके बाद भी कई शोज में दिखीं. लेकिन प्रेरणा जैसी पॉपुलैरिटी उन्हें और कोई रोल नहीं दिला पाया. इसका मतलब ये नहीं कि श्वेता ने दमदार रोल्स नहीं निभाएं. श्वेता ने अपनी क्षमता को हमेशा टटोला और बेहतरीन काम किया.
गुल्लक में हुआ छिनैती सीन रियल लाइफ से था प्रेरित, 'अन्नू की मम्मी' गीतांजलि कुलकर्णी ने किया खुलासा
साहित्य आजतक 2024 में टीवीएफ अरिजिनल्स के हेड श्रेयांश पांडे, एक्ट्रेस एहसास चन्ना और एक्ट्रेस गीतांजलि कुलकर्णी ने बातचीत की. सेशन के मॉडरेटर निखिल नाज रहे, जिन्होंने तीनों सितारों से उनके शो को लेकर मजेदार सवाल किए. सेशन के दौरान एहसास और गीतांजलि ने ऑडियंस के सवाल के जवाब भी दिए और अपने कुछ पर्सनल एक्सपीरिएंस शेयर किए.
Sahitya Aajtak 2024: आजतक पर एक्टर जुनैद खान और डायरेक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा, बताईं कई अनसुनी बातें
Sahitya Aajtak 2024: दिल्ली में 'साहित्य आजतक 2024' का मंच तीसरे दिन भी सजा. जिसमें 'OTT कहानियों से सिनेमा तक' सेशन में बॉलीवुड एक्टर आमिर खान के बेटे जुनैद खान और डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने शिरकत की. इस दौरान दोनों ने अपने फ़िल्मी करियर पर विस्तार से बात की. साथ ही कई अनसुनी बातें भी शेयर की. देखें ये वीडियो.
साहित्य आजतक में रवि ने बताया कि 34 साल के करियर में मैंने अपनी पहचान की लड़ाई लड़ी. सारी भाषाओं की फिल्में की, टीवी पर भी देखा. फिर किरण राव मेरी जिंदगी में आईं, जिन्होंने मुझे लापता लेडीज दी. अब जो दिख रहा है ये रवि किशन इसके पीछे बहुत स्ट्रगल रहा है. अब जिसे आप मुंबई कहते हैं उस बॉम्बे की सड़कों को चप्पलों में छान मारा है.