उत्तराखंड में आफत की बारिश, चार लोगों की मौत, भूस्खलन के बाद 478 सड़कें बंद
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उत्तराखंड में बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है. शनिवार को हुई बारिश के बाद राज्य में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई इलाकों में भूस्खलन भी हुआ जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने राज्य में कुल 478 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है.
उत्तराखंड के कई इलाकों में लगातार बारिश जारी है जिससे चार लोगों की मौत हो गई. खासतौर पर कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जहां लोगों की जान गई है वहीं दो अन्य लापता भी हो गए हैं. वहीं अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन के कारण नेशनल हाइवे पर समेत 478 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं,.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि के दौरान कुमाऊं क्षेत्र के हलद्वानी में 337 मिमी, नैनीताल में 248 मिमी, चंपावत में 180 मिमी, चोरगलिया में 149 मिमी और रुद्रपुर में 127 मिमी बारिश हुई है.
शुक्रवार को गणकोट गांव में बुद्ध मंदिर के पास भारी बारिश के कारण आवासीय इमारत का एक हिस्सा ढह जाने से मलबे में दब जाने से एक महिला की मौत हो गई, जिसकी पहचान देवकी उपाध्याय (75) के रूप में हुई है. एक अन्य घटना में पिथौरागढ़ के गणकोट में भूस्खलन में 22 साल के विपिन कुमार नाम के युवक की मौत हो गई.
राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, पंजाब के जालंधर के एक 45 साल के पर्यटक की पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में ज्योलिंगकांग गांव का दौरा करते समय ऑक्सीजन की कमी से मृत्यु हो गई.
अलग-अलग हादसों में कई लोगों की मौत
लोहाघाट के ढोरजा गांव में भारी बारिश के कारण गौशाला की छत गिरने से एक महिला की जान चली गई. पीड़िता की पहचान 58 साल की माधवी देवी के रूप में हुई है. दूसरी घटना लोहाघाट के मटियानी गांव में हुई जहां भूस्खलन से एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में की गई है. घटना में जगदीश सिंह नाम का शख्स लापता हो गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने वाल्मीकि मंदिर में जूते बांटे, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी गृह मंत्रालय ने दे दी है. प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को खराब करने और लोगों के बीच भय फैलाने की बात कही गई है. चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है.
सरनाईक ने इस बात पर जोर दिया कि सार्वजनिक जगहों पर वाहनों के अनियंत्रित पार्किंग से कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. इसमें एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं का अवरुद्ध होना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि कई सोसाइटियों में खुले स्थानों को पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिससे आपातकालीन सेवाओं के संचालन में बाधा आती है.
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विशेषज्ञों का सुझाव है कि सरकार को धारा 80TTA (बचत खाते के ब्याज) के तहत कटौती की सीमा को 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये करने पर विचार करना चाहिए. इसी तरह, वे धारा 80TTB के तहत सीनियर सिटीजन के लिए कटौती की सीमा को बढ़ाने की सिफारिश करते हैं, जो वर्तमान में 50,000 रुपये है.