आमिर खान के माता-पिता नहीं चाहते थे बेटा बने एक्टर, इस फिल्म से की करियर की शुरुआत
AajTak
फैन्स हमेशा इसी इंतजार में रहते हैं कि कब आमिर खान की फिल्म रिलीज होगी. फिल्म प्रोडक्शन से लेकर फिल्म प्रमोशन तक, आमिर खान का जुदा अंदाज सभी को खूब भाता है. उनके जन्मदिन पर बता रहे हैं एक्टर की पर्सनल लाइफ और करियर से जुड़ी कुछ बातें.
बॉलीवुड एक्टर आमिर खान ने फिल्म इंडस्ट्री में साढ़े 3 दशक से भी ज्यादा समय तक काम कर लिया है और वे हमेशा से एक ट्रेंड सेटर के तौर पर नजर आते रहे हैं. आमिर खान ने लीग से हटकर फिल्में करने की किवायद शुरू की जिससे उन्हें इंडस्ट्री में एक अलग पहचान मिली. आज आमिर खान करोड़ों लोगों की प्रेरणा हैं और दुनियाभर के लोगों को आमिर की फिल्मों का इंतजार रहता है. भारतीय फैन्स भी हमेशा इसी इंतजार में रहते हैं कि कब आमिर खान की फिल्म रिलीज होगी. फिल्म प्रोडक्शन से लेकर फिल्म प्रमोशन तक, आमिर खान का जुदा अंदाज सभी को खूब भाता है. उनके जन्मदिन पर बता रहे हैं एक्टर की पर्सनल लाइफ और करियर से जुड़ी कुछ बातें. आमिर खान का जन्म 14 मार्च, 1965 को बॉम्बे में हुआ था. उनके पिता ताहिर हुसैन फिल्म प्रोड्यूसर थे. मगर उनके निर्माण में बनी कुछ फिल्में अच्छा कलेक्शन नहीं कर पाई और घर की माली हालत खराब हो गई. ऐसे में आमिर खान के घरवाले नहीं चाहते थे कि उनका बेटा फिल्मों में आए. उनकी इच्छा थी कि आमिर खूब पढ़ाई करे और इंजीनियर या डॉक्टर बने. मगर आमिर खान को तो एक्टिंग में ही अपना नाम कमाना था. इस दौरान आमिर खान ने एक एक्सपेरिमेंटल फिल्म में काम किया. वे साइलेंट फिल्म Paranoia में नजर आए. ये फिल्म उन्होंने अपने माता-पिता से छिप कर की थी. फिल्म में वे नीना गुप्ता और विक्टर बनर्जी के साथ काम करते नजर आए थे. इसी के बाद आमिर खान का मन एक्टिंग में लगने लगा.दिव्येंदु शर्मा, जिन्हें हम मुन्ना भैया के नाम से जानते हैं, ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'अग्नि' के बारे में बातचीत की और उन्होंने बताया कि उन्हें फायर फाइटर्स की भूमिका निभाने में कितनी चुनौतियाँ आईं. उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए अपने प्रसिद्ध किरदार मुन्ना भैया के कुछ डायलॉग भी दोहराए. दिवेंदु ने अपने अभिनय करियर के बारे में भी बात की और उन्होंने बताया कि वे एक नए रोल के लिए अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ा रहे हैं और कॉमेडी करना उन्हें बहुत मुश्किल लगता है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अपने रोल्स के लिए तैयारी करने में कितना समय लगता है. देखिए इस बातचीत का पूरा वीडियो.
यूनुस खान रेडियो का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने पिछले ढाई दशकों से विवध भारती के लिए सैकड़ों हस्तियों के इंटरव्यू किए हैं. रेडियो के लिए सिनेमा और संगीत प्रोग्राम लिखे हैं. 3 दशकों से सिनेमा के बारे यूनुस में लिख रहे हैं. सेशन के दौरान मॉडरेटर आशुतोष से बातचीत में यूनुस ने बताया कि संगीत से उनका लगाव कैसे हुआ.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'बॉलीवुड बायोग्राफ़ीज' सत्र में यूनुस खान (लेखक) और सहर जमान (लेखिका) शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले...' सत्र में सिंगर हेमलता और लेखक अरविंद यादव शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. दिल्ली की बेटी और मुंबई की सुपरस्टार कुशा कपिला ने साहित्य आज तक में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पनी जीवन यात्रा, सपनों, चुनौतियों और सफलताओं को साझा किया.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'अध्यात्म और अभिनय' के सत्र में लेखक और एक्टर अखिलेंद्र मिश्रा शामिल हुए. अखिलेंद्र ने अभिनय की दुनिया में उत्कृष्टता के लिए अध्यात्म का महत्व समझाया है. देखें वीडियो.
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2024' के दूसरे दिन मंच पर मौजूदगी रही मशहूर गायक जुस्त की. जहां उन्होंने 'मेरे घर आया एक चोर' सत्र में 'कल रात आया मेरे घर एक चोर...' जैसे हिट गानों की प्रस्तुति दी और की ढेर सारी बातें. बता दें कि ये 'साहित्य आजतक' का सातवां संस्करण है. और दिल्ली के ध्यान चंद स्टेडियम में आयोजित है.