'आप खुद को गोली मार लेना', 6 साल की बेटी ने पिता को दिया ऐसा तोहफा, और फिर...
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एक बच्ची फादर्स डे पर अपने पिता के लिए स्कूल से जो तोहफा लेकर आई उसे देखकर पिता के होश ही उड़ गए. ये कुछ ऐसा था कि वह हैरान और परेशान दोनों हो गए. उन्होंने तुरंत स्कूल को इसके लिए शिकायत की
आमतौर पर फादर्स डे के मौके पर बच्चे अपने पिता को खूबसूरत तोहफे देते हैं. इनमें वो अपनी मासूमियत उड़ेल कर पिता के प्रति अपने प्यार को जाहिर करते हैं. लेकिन एक छह साल की बच्ची ने अपने पिता को तोहफे में ऐसी चीज दी, जिसे देखते ही उनके होश उड़ गए. इस तोहफे को देखते ही बच्ची के पिता आगबबूला हो गए. ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली ये बच्ची स्कूल से पिता के लिए एक तोहफा लाई.
ये कागज से बनाया गया डाइस (पासा) था. जिसमें छह ऐसी बातें लिखी थीं, जिन्हें पढ़ने के बाद पिता का खराब मूड एकदम ठीक हो जाए. इनमें से एक ऑप्शन हैरानी भरा था. इस पर बुलेट बनी हुई थी और लिखा था कि जब कुछ समझ न आए, तो इस ऑप्शन का इस्तेमाल करें. यानी खुद को गोली मार लें. प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाली इस बच्ची के पिता ट्रेंट हॉवर्ड ने कहा कि ये अजीब है कि उनकी छह साल की बेटी को उसकी टीचर ने ऐसी चीज बनाने को दी, जो आत्महत्या को बढ़ावा देती है.
उन्होंने कहा कि इसे बनाना और फिर इस तरह देना बेहद गलत है. ये कोई मजाक की चीज नहीं है. वहीं बच्ची की मां रेनिया ने कहा कि टीचर से उन्होंने बात की. उन्हें बताया गया कि गिफ्ट एक तरह का मजाक था और कुछ नहीं.
साइकोलॉजिस्ट बैली बॉश ने भी चेतावनी दी है कि इस तरह की घटनाओं से बच्चों और पैरेंट्स पर गलत असर हो सकता है. बच्चों को चीजों की ज्यादा समझ नहीं होती. इससे उनके दिमाग पर भी असर पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि एडल्ट भी बुलेट और मौत जैसे शब्दों से प्रभावित होते हैं. ये सब ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब ऑस्ट्रेलिया में युवाओं के बीच मानसिक बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.
हाल के आंकड़े बताते हैं कि 4 से 17 साल की उम्र के हर 7 में से 1 बच्चा मानसिक बीमारी का शिकार है. शिक्षा विभाग ने कहा कि घटना के लिए स्कूल ने पैरेंट्स से माफी मांग ली है. साथ ही कहा कि भविष्य में फिर कभी ऐसा नहीं होगा. प्रिंसिपल ने सीधा पैरेंट्स से बात की और उनकी शिकायत सुनी. उन्होंने कहा कि वो भी पैरेंट्स से माफी मांगती हैं. साथ ही ये भी स्वीकार करती हैं कि ये एक्टिविटी स्कूली बच्चों के लिए ठीक नहीं थी. इस मसले पर वो स्कूल में चर्चा करेंगी.
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