'आपको उल्टा लटका देंगे...' अधिकारी को हड़काने पर बोले केजरीवाल- ये भाषा स्वीकार नहीं, करें सभी का सम्मान
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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति को एसएचओ को हड़काते देखा कि आपको दो मिनट में उल्टा लटका देंगे. इस तरह की भाषा स्वीकार्य नहीं है. सभी का सम्मान करें, यहां तक कि विरोधियों का भी.
पंजाब में प्रचंड जीत के साथ आम आदमी पार्टी (AAP) ने सरकार बना ली है. सूबे में AAP की सरकार बनने के बाद पार्टी के एक नेता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था जिसमें नेताजी, एसएचओ को धमकी देते नजर आ रहे थे कि मैं आपको उल्टा लटका दूंगा. अब इसे लेकर अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के विधायकों को नसीहत दी है.
अरविंद केजरीवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आम आदमी पार्टी के विधायकों को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि वे पुलिस और अन्य अधिकारियों को परेशान करने, डराने, धमकाने के लिए पद का दुरुपयोग न करें. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि हमारे कुछ सहयोगी कार्यालयों का दौरा कर रहे हैं. कृपया दुर्व्यवहार मत कीजिए. एक व्यक्ति को एसएचओ को धमकी देते देखा कि आपको उल्टा लटका देंगे. केजरीवाल ने कहा कि ये भाषा स्वीकार्य नहीं है. अब आप विधायक हैं और मुख्यमंत्री भी आपके हैं. आप उन्हें दो मिनट में उल्टा लटका सकते हैं.
उन्होंने कहा कि आपके पास कलम की ताकत है, आप कुछ भी कर सकते हैं. कुछ कहने की नहीं, आपको करने की जरूरत है. सभी का सम्मान करें. विरोधियों और कर्मचारियों का भी सम्मान करें. दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भगवंत मान की सरकार की ओर से पहली कैबिनेट मीटिंग में उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि अधिकारी पैसे लेने में झिझक रहे हैं. सिपाहियों ने खाना खरीदना शुरू कर दिया है. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि मान साहब आपने कमाल कर दिया. पूरे देश में आपकी चर्चा हो रही है.
अरविंद केजरीवाल ने विधायकों को भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग पर भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी. उन्होंने तबादलों पर जोर न देने की सलाह देते हुए कहा कि कुछ भी बर्दाश्त कर सकता हूं लेकिन बेइमानी नहीं. अगर मुझे और भगवंत मान को इस बारे में पता चल गया तो हम किसी भी अधिकारी को छेड़ेंगे नहीं. केजरीवाल ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास कार्य के लिए विधायक मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं. तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री और उनकी टीम निर्णय लेगी.
मंत्री पद किसी का अधिकार नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में जगह पाने से वंचित विधायकों की नाराजगी को लेकर कहा कि मंत्री पद किसी का अधिकार नहीं है. जिन्हें जिम्मेदारी दी गई है उन्हें योग्यता साबित करनी होगी. हमें 92 सीटें मिलीं और केवल 17 मंत्री होंगे. किसी का भी एक पद पर अधिकार नहीं है. जिस दिन लोग गुस्से में होते हैं, मंत्री क्या मुख्यमंत्री को भी हटा देते हैं. उन्होंने कहा कि भगवंत मान हर मंत्री को लक्ष्य देंगे जिसे तय समय सीमा के अंदर पूरा करना होगा. बड़े भाई के रूप में मार्गदर्शन के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा. टीम की कमान भगवंत मान ही संभालेंगे.
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