आतंक की दहशत, कॉलर कांड से नोटकांड तक... पुरानी संसद की वो तस्वीरें जो नए भवन में ना हीं दिखें तो अच्छा!
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पुराना संसद भवन अब इतिहास बन जाएगा. मंगलवार से नए संसद भवन में सदन की कार्यवाही चलेगी. पुराने संसद भवन से कई सारी अच्छी यादें जुड़ी हैं तो कुछ बुरी यादें भी हैं. कभी संसद पर आतंकी हमला हुआ तो कभी संसद सदस्यों ने ही लोकतंत्र को शर्मसार करने वाले काम किए. जानते हैं वो वाकये जब संसद में हुई शर्मसार घटनाएं.
संसद का विशेष सत्र शुरू हो गया है. सत्र का पहला दिन पुराने संसद भवन में हो रहा है. अब मंगलवार से सदन की कार्यवाही नए संसद भवन में होगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा, 'कल गणेश चतुर्थी पर हम नई संसद में जाएंगे. संसद का ये सत्र भले ही छोटा हो, लेकिन इसका दायरा ऐतिहासिक है.'
इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि आज के बाद से संसद की कार्यवाही नए भवन से संचालित होगी. उन्होंने ये भी कहा कि पिछले 75 सालों में यहां देशहित में सामूहिकता से निर्णय लिए गए.
लेकिन इस संसद में पिछले 75 सालों में कुछ ऐसी घटनाएं भी हुईं हैं, जिन्होंने लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया. इसी संसद में कभी बिल फाड़े गए तो कभी नोटों की गड्डियां उड़ाई गईं. कभी सभापति पर कागज के टुकड़े फेंके गए तो कभी मिर्ची का स्प्रे किया. जानते हैं पुराने संसद भवन में हुई कुछ ऐसी ही शर्मनाक घटनाओं के बारे में और उम्मीद करते हैं कि नए संसद भवन में ये सब देखने को न मिले.
11 अगस्त 2021: रूल बुक फाड़ दी, मार्शल बुलाने पड़े
अगस्त 2021 में हुए संसद के मॉनसून सत्र में जमकर बवाल हुआ था. मोदी सरकार के सात साल में ये पहली बार था जब किसी सत्र में इतना हंगामा हुआ था. हंगामा इतना बढ़ गया था कि राज्यसभा के अंदर मार्शलों को बुलाना पड़ा. इसके बाद 11 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था.
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.