अलीगढ़ में सियासत को याद आ रहे राजा महेंद्र सिंह, हाथरस में खंडहर बन चुकी है विरासत
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राजनीति करने वालों को लगता है कि याद करने की औपचारिकताओं से लुभाने का खेल खेला जा सकता है. लेकिन इस जल्दबाज़ी में इतिहास की कोई कील छूट ही जाती है और फॉर्मेलिटी की चादर को चीर देती है. आज भले ही राजनीतिक कारणों से राजा महेंद्र सिंह को याद किया जा रहा हो, लेकिन नेताओं को उनकी, उनकी विरासत की कितनी परवाह रही है, इसका सच वो महल, वो दीवारें, वो ज़मीन, वो आंगन खोलकर सामने रख रहे हैं जहां एक-एक कतरे में राजा महेंद्र सिंह अभी भी मौजूद हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अलीगढ़ (Aligarh) दौरे पर जिस राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी (Raja Mahendra Pratap Singh University) का शिलान्यास किया, उन राजा की विरासत यानी कि उनका किला खंडहर बन चुका है. आजतक ने ग्राउंड पर जाकर उनके किले की पड़ताल की. आइए जानते हैं किस हाल में है राजा महेंद्र प्रताप की 'निशानी'.. आपको बता दें कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले की मुरसान रियासत के राजा थे. जाट परिवार से आने वाले राजा महेंद्र के व्यक्तित्व की खासी पहचान रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाने-माने जाट शासक के तौर पर उनको जाना जाता है.भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
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