अमेरिका संसद में आए बिल से पाकिस्तान को झटका, खफा होकर पाकिस्तानी मंत्री बोलीं- बस बहुत हुआ
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पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने चेतावनी दी है कि अमेरिका का साथ देने के चलते पाकिस्तान को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के 'आतंक के खिलाफ युद्ध' में पाकिस्तान सहयोगी बनकर अगर साथ देता है तो इसके चलते पाकिस्तान को काफी दिक्कतें पेश आ सकती हैं. मजारी ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट्स में ये बातें कही हैं.
अमेरिका के रिपबल्किन पार्टी के 22 सांसदों ने अमेरिकी सीनेट में एक विधेयक पेश किया है जिसे लेकर पाकिस्तान में काफी नाराजगी है. इस बिल में अफगानिस्तान में सरकार बना चुके तालिबान और उसके सहयोगी देशों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है. इस विधेयक का नाम अफगानिस्तान काउंटर टेररिज्म, ओवरसाइट एंड अकाउंटबिलिटी एक्ट है. इस प्रस्तावित बिल में ये भी मांग की गई है कि किसी भी देश की सरकार अगर तालिबान की मदद करती है या उन्हें समर्थन देती है तो अमेरिका उस सरकार का रिव्यू कर उस पर संभावित प्रतिबंध भी लगाए. इस विधेयक के एक सेक्शन में तालिबान के लिए समर्थन प्रदान करने वाली संस्थाओं में पाकिस्तान का नाम साफ तौर पर लिखा गया है. इस बिल को लेकर पाकिस्तानी सांसदों ने भी रोष जाहिर किया है. So again Pak will be made to pay heavy price 4 being an ally of US in its "War on Terror" as a Bill (see pp 25-26) is introduced in US Senate in aftermath of the US's chaotic Afghan withdrawal followed by collapse of ANA & Ashraf Ghani's flight to UAE. https://t.co/PQFQyYkEN2 20 years of presence by economically & militarily powerful US & NATO left behind chaos with no stable governance structures.Pak now being scapegoated for this failure.This was never our war; we suffered 80000 casualties, a dessimated economy, over 450 drone attacks by r US "ally"
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.