अमृतसर में गोल्डी बराड़ से जुड़े 35 ठिकानों पर पुलिस की रेड, एपी ने कहा- हमारे पास पूरी लिस्ट
AajTak
एसपी का कहना है कि हमारे पास लिस्ट आई है. आज 35 ठिकानों पर रेड की गई है. गोल्डी बराड़ के कई लिंक सामने आए है, जिसका खुलासा भी जल्द किया जाएगा. पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों को कौन पनाह दे रहा है, इसकी जानकारी भी निकाली जा रही है.
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गों के ठिकानों पर आज पूरे पंजाब में सर्च ऑपरेशन चलाया गया है. वहीं, अमृतसर रूरल पुलिस ने भी सर्च अभियान चलाया है. इस मौके एसपी युगराज सिंह ने कहा कि आज एन्टी गैंगस्टर मुहिम की शुरुआत की गई है. ताकि जो वांटेड हैं उन्हें पकड़ कर जेल भेजा जा सके.
अमृतसर रूरल पुलिस के पास लिस्ट आई है. आज उन्हीं ठिकानों पर रेड की गई है. गैंगस्टरों के लिंक को ढूंढा जा रहा है. इन लोगों को कौन पनाह दे रहा है, इसकी जानकारी भी निकाली जा रही है. कुल 35 ठिकानों पर रेड की गई है. गोल्डी बराड़ के कई लिंक सामने आए है, जिसका खुलासा भी जल्द किया जाएगा.
5000 पुलिसकर्मी लगे सर्चिंग में
बता दें कि, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीब एक हजार गुर्गों को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस छापेमारी कर रही है. इसके लिए पांच हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. तो वहीं इसी बीच खबर आई कि कनाडा के पीनीपेग सिटी में भारत से फरार गैंगस्टर सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनुके की किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी. जिसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने फेसबुक पोस्ट के जरिए ली है.
खालिस्तान समर्थक सुक्खा की हत्या के मद्देनजर अब पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया गया है. पंजाब के एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि हर संदिग्ध पर खासी नजर रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि सुक्खा की हत्या के बाद जैसे हालात कनाडा में बने हुए हैं, उसी को देखते हुए पंजाब में रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, दूसरी तरफ गोल्डी बराड़ के गुर्गों को पकड़ने के लिए भी पंजाब पुलिस की छापामार कार्रवाई जारी है.
एडीजीपी ने बताया, ''गैंगस्टर गोल्डी बरार से जुड़े 1,000 से अधिक सहयोगियों और ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. एसएसपी स्तर के अधिकारी इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं और 5,000 से अधिक पुलिसकर्मी इस अभ्यास में शामिल हैं. सुबह सात बजे से छापामार कार्रवाई शुरू हुई है जो कि दोपहर 2 बजे तक चलेगी. शाम पांच बजे मैंने इसकी रिपोर्ट मांगी है.''
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.