अफगानिस्तान की कहानी में 4 ट्विस्ट, 31 अगस्त के बाद काबुल एयरपोर्ट पर होगा किसका कब्ज़ा?
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अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी फ़ौज की वापसी की फ़ाइनल तारीख यानी 31 अगस्त जैसे-जैसे क़रीब आती जा रही है, वहां फंसे लोगों और उनके अपनों की धड़कनें तेज़ होती जा रही हैं. तालिबान वहां जल्द से जल्द अपनी सरकार बनाना चाहता है. साथ ही वो ये भी चाहता है कि उससे पहले अमेरिका वहां से अपना बोरिया बिस्तर पूरी तरह से समेट ले.
अफ़ग़ानिस्तान में अजीब खेल चल रहा है. तालिबान ने अब अमेरिका को ही चुनौती दे डाली है. उसने अमेरिका से कहा कि वो अपने सैनिकों को 31 अगस्त तक वापस बुला ले या फिर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहे. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अफगानिस्तान में तख्ता पलट होने के बाद कोई बड़ा आतंकी हमला हो सकता है. लिहाजा वो उससे पहले ही सभी अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाना चाहता है. ख़बर ये भी आई है कि इस दौरान सीआईए और तालिबान के बीच एक खुफिया बैठक हुई है. अब सवाल उठ रहा है कि इस बैठक का मतलब क्या है?बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार की खबरों के बीच चटगांव इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास (चिन्मय प्रभु) को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस्कॉन मंदिर की तरफ के बताया गया कि चिन्मय प्रभु को कथित तौर पर ढाका पुलिस की जासूसी शाखा के अधिकारियों ने ढाका हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया. देखिए VIDEO
बांग्लादेश की पुलिस ने हिंदू साधू चिन्मय प्रभु को उनके भाषण के बाद गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें उन्होंने अत्याचार के खिलाफ हिंदुओं को एकजुट होने का आह्वान किया था. बीते कुछ समय से, बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर उनका यह भाषण एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा था. देखें VIDEO
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लंबे समय से तनाव देखा जा रहा है. लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनानी समूह हिजबुल्लाह के साथ सीजफायर समझौते को मंजूरी दे दी है, लेकिन कुछ डिटेल्स को लेकर इजरायल को आपत्तियां हैं, जिसे फिर से सोमवार को लेबनान को भेजे जाने की उम्मीद थी.