अपनी मौजूदगी का अहसास कराते हैं मृत परिजन, ऐसे समझें Souls के इशारे
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किसी परिजन (Family Member) की असमय मौत (Death) या उसका अपने परिवार से लगाव उसे यहां से जाने नहीं देता है. यहां तक कि वे कई संकेतों से अपनी मौजूदगी का अहसास भी कराते हैं. उनका मकसद किसी को डराना नहीं होता है.
नई दिल्ली: किसी अपने को खोने को दर्द बहुत बुरा होता है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने कई परिवारों से किसी न किसी सदस्य को असमय छीन लिया. किसी का बच्चा इस दुनिया से विदा हो गया तो किसी के मां-बाप या भाई-बहन. किसी अपने की मृत्यु (Death) के भयावह सच को स्वीकारना बहुत मुश्किल होता है. उनकी लगातार सताती याद और उनका सपने (Dreams) में आना भी आम बात है. इसके चलते अक्सर ऐसे सवाल दिल-दिमाग में कौंधते हैं कि क्या वो हमसे वाकई दूर हो गए हैं या मरने के बाद भी हमारे पास हैं. आपने शायद ऐसा सुना होगा कि असमय मृत्यु या किसी अपने की चिंता में आत्माएं (Souls) भटकती रहती हैं. धर्म-पुराणों आदि में इस बात का जिक्र किया गया है. यहां तक कि वे अपने चहेते लोगों को देख-सुन सकते हैं और अपनी कोई बात भी उन तक पहुंचा सकते हैं. आज हम जानते हैं कि मृत व्यक्ति की आत्मा अपने परिजन के लिए क्या-क्या कर सकती है.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.