अडानी को संकट से उबारा... अब LIC को लेकर पछता रहे हैं राजीव जैन? बोले- कहां हो गई चूक
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स्टार इन्वेस्टर के तौर पर पहचान बना चुके अमेरिकी इन्वेस्टमेंट फर्म GQG Partners के सीईओ राजीव जैन ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का अफसोस जताया कि वो LIC Shares में पैसा लगाने से चूक गए. एलआईसी में सरकार की 96.5 फीसदी हिस्सेदारी है.
दिग्गज निवेशक और अरबपति राजीव जैन (Rajeev Jain) एक बाद फिर चर्चा में हैं. बीते साल इनका नाम तब सुर्खियों में आया था, जब अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) का प्रकोप झेल रहे गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी ग्रुप (Adani Group) को उन्होंने बुरे समय में सहारा दिया था और उबरने में मदद की थी. अडानी के शेयरों में निवेश का उन्हें जबरदस्त फायदा भी हुआ था और वे एक झटके में अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए थे. इस सबसे बावजूद आज वो पछता रहे हैं, लेकिन इसके पीछे अडानी ग्रुप नहीं, बल्कि देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC वजह है. एक टीवी टैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने खुद इसका खुलासा किया है.
LIC में निवेश नहीं करने का अफसोस स्टार इन्वेस्टर के तौर पर पहचान बना चुके अमेरिकी इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के सीईओ राजीव जैन ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का अफसोस जताया कि वो LIC Shares में पैसा लगाने से चूक गए और इनमें आई तूफानी तेजी का फायदा नहीं उठा सके. भारत में करीब 2200 करोड़ डॉलर के एसेट्स का मैनेजमेंट करने वाली जीक्यूजू पार्टनर्स के राजीव जैन ने आगे कहा कि वो बीते साल 2023 में LIC में निवेश करना पसंद करते, लेकिन उन्हें कोई ब्लॉक मिल नहीं सका. उन्होंने कहा कि लिक्विडिटी की कमी के चलते खरीदारी मुश्किल हो गई थी.
बीमा दिग्गज के शेयर बने हैं रॉकेट राजीन जैन का अफसोस लाजिमी भी है, क्योंकि एलआईसी के शेयरों ने जो रफ्तार पकड़ी है उसके चलते साल 2024 में अब तक इसकी कीमत में (LIC Share Price) में 22 फीसदी की तेजी आ चुकी है. हाल ही में एलआईसी स्टॉक ने अपने ऑल टाइम हाई लेवल को छुआ था. बीते एक साल की अगर बात करें तो एलआईसी के शेयर की कीमत में 450 रुपये की बढ़ोत्तरी हो चुकी है और इस अवधि में इसने अपने निवेशकों को 75.27 फीसदी का रिटर्न दिया है. फिलहाल, LIC Stock 1046.40 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है. शेयरों में आई तेजी के चलते एलआईसी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (LIC Market Cap) भी उछलकर 6.62 लाख करोड़ रुपये हो गया है और ये देश की टॉप-10 वैल्यूएवल कंपनियों में शामिल है.
अडानी के बुरे समय में दिया था साथ बीते साल 2023 में अडानी ग्रुप को लेकर Hindenburg की रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद Adani Share धराशायी हो गए थे और मार्केट कैप बुरी तरह घट गया था. इस बीच उस समय दुनिया के टॉप-3 अरबपतियों में शामिल गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी महज दो महीने के भीतर 60 अरब डॉलर की गिरावट आ गई थी, तब इस बुरे समय में GQG के राजीव जैन ने अडानी ग्रुप का साथ देते हुए बड़ा निवेश किया था. राजीव जैन ने अडानी की चार कंपनियों में मार्च 2023 में 15,446 करोड़ रुपये लगाए थे. इसके बाद उनका निवेश और भरोसा लगातार बढ़ता गया.
छह अडानी शेयरों में किया बड़ा निवेश कॉर्पोरेट डेटाबेस ऐसइक्विटी से जुटाए गए डेटा से पता चलता है कि राजीव जैन के नेतृत्व वाली जीक्यूजी पार्टनर्स Stock Market में लिस्टेड अडानी ग्रुप की 10 में से छह बड़ी कंपनियों में पैसा लगाया हुआ है. इनमें अडानी पावर लिमिटेड (Adani Power Ltd), अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (Adani Energy Solutions Ltd), अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises), अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd), अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड (Adani Port's) और अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cement) में निवेश किया है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)
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