पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में संदिग्ध बंदूकधारी लोगों ने एक यात्री बस से छह लोगों को उतारकर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. ये सभी लोग पंजाब के रहने वाले थे. पाक पीएम शहबाज शरीफ ने यात्री बस पर हमले की निंदा की और संबंधित अधिकारियों को जांच करने तथा जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाने का निर्देश दिए हैं.
अमेरिका में टेस्ला गाड़ियों पर व्यापक हमले हो रहे हैं. लोग सड़कों पर खड़ी टेस्ला गाड़ियों में आग लगा रहे हैं और तोड़फोड़ कर रहे हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे घरेलू आतंकवाद करार दिया है. FBI ने एंटी टेस्ला डोमेस्टिक टेररिज्म टास्क फोर्स बनाई है. विरोधी एलोन मस्क पर सरकारी नौकरियां छीनने का आरोप लगा रहे हैं.
बांग्लादेश में चीन और अमेरिका अपना प्रभाव बढ़ाने की होड़ में जुटे हैं. बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकारजमान ने इस्लामी कट्टरपंथी ताकतों की बढ़ती ताकत पर चिंता जताई है. इस बीच, सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस चीन के दौरे पर हैं, जबकि ढाका में अमेरिकी सेना के एक बड़े जनरल का दौरा हो रहा है. VIDEO
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन भारत आएंगे. रूसी विदेश मंत्री सरगई लावरोव ने इसकी पुष्टि की है. लावरोव ने कहा कि पूतिन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और यह यात्रा जल्द होगी. उन्होंने बताया कि पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी ने दोबारा चुने जाने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा रूस में की थी. VIDEO
हमास और इजरायल में जंग की वजह से डेढ़ सालों के भीतर गाजा पट्टी लगभग तबाह हो चुकी. तेल अवीव लगातार कहता रहा कि आतंकी समूह हमास को खुद स्थानीय लोग शरण दे रहे हैं. आरोप किसी हद तक सही भी था. अब इसी इलाके में हमास-आउट के नारे लग रहे हैं. लेकिन हमास के जाने से पैदा पॉलिटिकल वैक्यूम और मुश्किलें ला सकता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस चिट्ठी में इतिहास का जिक्र किया है और 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की अटूट भावना को भारत-बांग्लादेश के मजबूत संबंधों की नींव बताया, और सूक्ष्म रूप से बांग्लादेश को उसकी स्थापना में भारत की भूमिका की याद दिलाई. PM मोदी ने अपने पत्र में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम का जिक्र उस समय किया है जब बांग्लादेश में शेख मुजीबुर्रहमान की विरासत को मिटाने की कोशिश की जा रही है.
ट्रंप प्रशासन द्वारा छात्रों के नाम और राष्ट्रीयता की मांग ने भारत सहित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर कार्रवाई की आशंकाओं को जन्म दिया है. कानूनी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप प्रशासन द्वारा छात्रों के नाम मांगे जाने के परिणामस्वरूप इन छात्रों की निगरानी, गिरफ्तारी या निर्वासन भी हो सकता है.
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तानी सेना पर हमला कर 5 जवानों को मार दिया, जिसमें एक मेजर भी शामिल है. बीएलए ने हमले का वीडियो जारी किया है. चीन ने पाकिस्तान से अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है. बलूचिस्तान में चीन की कई कंपनियां काम कर रही हैं और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भी यहीं से गुजरता है.
अमेरिका यूं ही सुपर पावर नहीं, बल्कि इसमें काफी हाथ उसके खुफिया तौर-तरीकों का भी है, फिर चाहे वो 9/11 के बाद सैन्य अटैक हों, या एरिया 51 की गोपनीयता, जहां कथित तौर पर एलियन्स पर खोज काफी आगे जा चुकी. कोई भी योजना बनाते हुए ये देश बेहद सतर्कता बरतता रहा. इसी सीक्रेसी में हाल में सेंध लगती दिखी, जब अमेरिकी सैन्य अधिकारी खुफिया मुहिम की चर्चा सिग्नल पर करने लगे, जो वॉट्सएप की तरह ही एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विस है.
जय स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में हेल्थ पॉलिसी के प्रोफेसर हैं, नेशनल ब्यूरो ऑफ इकनॉमिक्स रिसर्च में एक रिसर्चर एसोसिएट हैं और स्टैनफोर्ड इंस्टीट्यूट फॉर इकनॉमिक पॉलिसी रिसर्च, स्टैनफोर्ड फ्रीमैन स्पोगली इंस्टीट्यूट और हूवर इंस्टीट्यूशन में एक वरिष्ठ फेलो हैं. वह स्टैनफोर्ड के सेंटर फॉर डेमोग्राफी एंड इकोनॉमिक्स ऑफ हेल्थ एंड एजिंग को निर्देशित करते हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर ब्रिटेन के किंग चार्ल्स की ऐसे वक्त पर तारीफ की, जब वो यूरोप और खासकर नाटो से दूरी बना रहा है. ये कयास भी लग रहे हैं कि अमेरिका 18वीं सदी के बाद पहली बार कॉमनवेल्थ देशों में शामिल हो सकता है. ये एक डिप्लोमेटिक रणनीति भी हो सकती है ताकि यूरोप में अमेरिका के लिए आए तनाव के तार कुछ ढीले पड़ें.
महरंग, सम्मी और सीमा बलोचिस्तान की इन बेटियों ने इंतजार की इंतहा के बाद इकंलाब का रास्ता चुना है. सीधे सवाल करने का रास्ता अख्तियार किया है. लेकिन ये प्रतिरोध हिंसक नहीं बल्कि गांधी की सदाकत से ताकत पाता है. इन लोगों ने अपने निजी दुखों को एक सामूहिक संघर्ष में बदला, और पाकिस्तानी सेना और सरकार के उस सिस्टम को हिला दिया, जो दशकों से बलोचिस्तान की आवाज को कुचलता आया है. ये नाम आज बलोचिस्तान में प्रतिरोध के प्रतीक बन चुके हैं.
पाकिस्तान में वर्तमान में सरकार का कड़ा रुख बलूच नेताओं की गिरफ्तारी और अफगान छात्रों की जानकारी इकट्ठा करने पर केंद्रित है. अफगान नागरिकों की वापसी के लिए मार्च 31 की समय सीमा तय की गई है. इस प्रक्रिया में मानवीय सहायता प्रदान की जाएगी, लेकिन समय सीमा के बाद रुकने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
अमेरिका में कई ऐसे शहर हैं, जो अवैध प्रवासियों के लिए सैंक्चुरी का काम करते रहे, यानी वहां रहते घुसपैठियों पर इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) आसानी से हाथ नहीं डाल सकता. डोनाल्ड ट्रंप अब राष्ट्रपति हैं, और सैंक्चुरी सिटीज से इसी बात को लेकर उनकी ठन सकती है. ऐसा पहले कार्यकाल में भी हो चुका. लेकिन क्यों कुछ शहर घुसपैठियों को लेकर इतने संवेदनशील हैं?
कोलंबिया यूनिवर्सिटी की 21 वर्षीय कोरियाई-अमेरिकी छात्रा यूंसेओ चुंग ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिसमें उन्हें निर्वासित किए जाने से रोकने की मांग की गई है. चुंग ने फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों में भाग लिया था. उनका आरोप है कि उनके अमेरिका में रहने से ट्रंप प्रशासन की विदेशी नीति प्रभावित हो रही है.
डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ईरान पर प्रतिबंध लगाया जहां से भारत बड़ी मात्रा में तेल खरीदता था. प्रतिबंधों की वजह से भारत को ईरान से तेल खरीद बंद करनी पड़ी थी. अब ट्रंप ने भारत के एक और तेल आपूर्तिकर्ता वेनेजुएला पर टैरिफ लगा दिया है. इसके बाद भारतीय रिफाइनरों को या तो बहुत महंगा तेल खरीदना पड़ेगा या फिर कोई और विकल्प तलाशना होगा.
सोमवार को बांग्लादेश की सेना ने राजनीतिक तनाव के बीच एक आपात बैठक आयोजित की. इस बैठक में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश में जल्द ही तख्तापलट हो सकता है. सेना मोहम्मद युनूस को हटाकर खुद सत्ता संभाल सकती है. ये हलचल ऐसे समय में तेज हुई है जब यूनुस चीन दौरे पर जाने वाले हैं.