प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुवैत दौरे ने पाकिस्तान में हलचल मचा दी है. मोदी को मिले सम्मान की तुलना पाकिस्तानी नेताओं के साथ की जा रही है. अरब और इस्लामिक देशों की समिट में शाहबाज शरीफ की कोने में खड़े होने की तस्वीर याद दिलाई जा रही है. पाकिस्तान में चर्चा है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के पीछे भारत का हाथ है. देखें
राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश छोड़ने के साथ ही सीरिया में दशकों की तानाशाही तो खत्म हो गई, लेकिन लोकतंत्र का रास्ता आसान नहीं. फिलहाल देश की लीडरशिप इस्लामिक गुट हयात तहरीर अल-शाम के पास है. यह एक चरमपंथी समूह है, जो किसी वक्त पर अलकायदा से जुड़ा रहा. इसी से अंदाजा लग सकता है कि सीरिया एक मुश्किल से बचकर दूसरी मुसीबत में जा सकता है. ऐसा कई और देशों के साथ हो चुका.
जर्मनी में ऐन त्योहार से पहले एक शख्स ने क्रिसमस बाजार में गाड़ी घुसा दी. हमले में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों घायल हैं. हमलावर सऊदी अरब से है. जर्मन मीडिया के मुताबिक, अटैकर ने कार किराए पर लेकर घटना को अंजाम दिया. ये लोन वुल्फ अटैक है, जिसमें अकेला शख्स आतंकी हमला करता है. अटैक अक्सर किसी विचारधारा से प्रेरित होता है.
भारत के बाद अमेरिका से भी कनाडा के रिश्ते बिगड़ते दिख रहे हैं. इस बीच जस्टिन ट्रूडो सरकार घरेलू मोर्चे पर भी घिरने लगी. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) ने उन्हें आगे सपोर्ट देने से हाथ खींच लिए हैं. दोहरी मार ये कि देश में बड़ी आबादी प्रधानमंत्री ट्रूडो के खिलाफ हो रही है. एक सर्वे के मुताबिक, 73 फीसदी कनाडियन चाहते हैं कि ट्रूडो को इस्तीफा दे दें.
ऐतिहासिक कुवैत यात्रा समाप्त कर पीएम मोदी नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. पीएम ने अपनी इस यात्रा के दौरान आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, फिनटेक, एनर्जी, निवेश, व्यापार, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कुवैत के शीर्ष नेतृत्व के साथ कई द्विपक्षीय वार्ताएं कीं.
एलॉन मस्क ने सऊदी अरब के राजनीतिक टिप्पणीकार द्वारा किए गए X पोस्ट को शेयर किया. जिसमें ये आरोप लगाया गया है कि तालेब रेप के आरोप और गंभीर अपराधों में फंसने के बाद 2006 में सऊदी अरब से भाग गया था. दरअसल, 50 वर्षीय संदिग्ध सऊदी डॉक्टर तालेब ए को 2006 में जर्मनी ने शरण दी थी. तालेब को सनकी करार देते हुए मस्क ने कहा कि आरोपी को यूरोपीय देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी.
जर्मन शहर मैगडेबर्ग में एक क्रिसमस बाजार में सैकड़ों लोगों पर सऊदी अरब के एक डॉक्टर ने कार चढ़ा दी, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई और 200 घायल हो गए. संदिग्ध इस्लामोफोबिक विचारों वाला आदमी है. उसका सोशल मीडिया इसके प्रमाण हैं. वह जर्मनी में दो दशकों से रह रहा था और नशा पुनर्वास केंद्र में साइकेट्रिस्ट के रूप में काम कर चुका है.
पीएम मोदी कुवैत के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री के साथ भव्य उद्घाटन समारोह में शामिल हुए. विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इस कार्यक्रम ने प्रधानमंत्री मोदी को कुवैत के नेतृत्व के साथ अनौपचारिक बातचीत का अवसर भी प्रदान किया. कुवैत को आठ टीमों के टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में ओमान से खेलना था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 43 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री कुवैत आया है. पीएम मोदी ने इस दौरान भारत-कुवैत के ऐतिहासिक संबंधों और व्यापारिक रिश्तों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कुवैत में रह रहे भारतीयों की उपलब्धियों की सराहना की. देखें पीएम मोदी का पूरा भाषण.
प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा, 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी. यह यात्रा कुवैती अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर हुई थी. शनिवार को कुवैत पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय से बातचीत की. इसके बाद उन्होंने 101 साल के पूर्व IFS अधिकारी से मुलाकात की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत की यात्रा ऐतिहासिक है क्योंकि यह 43 वर्षों के बाद पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री वहां पहुंचा है. इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करना है, विशेषकर तब जब कुवैत में एक बड़ी भारतीय आबादी निवास करती है. पीएम मोदी कुवैत के क्राउन प्रिंस से भी मुलाकात करेंगे.
जर्मनी के मागडेबर्ग में एक क्रिसमस मार्केट में एक कार ने भीड़ को रौंद दिया, जिससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई. मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है, और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस घटना के बाद पुलिस ने 50 वर्षीय सऊदी अरब के डॉक्टर को गिरफ्तार किया है जो कार चला रहे थे. इस बीच सऊदी अरब ने हादसे की निंदा की है.
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बड़ा एलान किया है. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि वो यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने पर बातचीत के लिए तैयार है. पुतिन ने ये भी कहा कि वो जानते हैं कि बातचीत का मतलब होता है कॉम्प्रोमाइज और वो इसके लिए तैयार हैं. दूसरी तरफ, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि अगर अभी युद्धविराम होता है तो पुतिन फिर से जंग शुरू कर सकते हैं.