Varanasi Cantt Assembly Seat: कभी नहीं टूटा परिवार का तिलिस्म, बीजेपी को हराना नामुमकिन!
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वाराणसी कैंट विधानसभा सीट: इस विधानसभा के राजनीतिक पृष्ठभूमि में कहीं न कहीं भाजपा का वर्चस्व कायम है. मोदी लहर के दौरान ही नहीं बल्कि उसके पहले से ही यहां एक परिवार का कब्जा रहा है.
वाराणसी कैंट विधानसभा(390), कंटेनमेंट क्षेत्र यानी छावनी क्षेत्र के के तौर पर जाना जाता है. वाराणसी के 8 विधानसभा में सबसे बड़े इस कैंट विधानसभा में 400 से ज्यादा बूथ, दो दर्जन से ज्यादा वार्ड, 2 ग्राम सभाएं- सुल्तानपुर और भीटी, छावनी परिषद और राम नगर पालिका भी है. आकार के अलावा यह सीट राजनीतिक नजरिये से भी महत्वपूर्ण है. यहां पर एक ही परिवार का कब्जा रहा है. 1991 से लेकर भाजपा के एक ही परिवार या यूं कहे पहले मां, फिर पिता, फिर मां और अब बेटे का कब्जा है. कैंट विधानसभा पर पिछले 7 चुनावों से भाजपा के श्रीवास्तव परिवार का कब्जा कायम है. पहले 2 बार ज्योत्सना श्रीवास्तव, उसके बाद उनके पति हरीश चंद्र श्रीवास्तव (2 बार), फिर 2 बार ज्योत्सना श्रीवास्तव और इस बार बेटे सौरभ श्रीवास्तव काबिज हैं.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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