Vajra Prahar: पहाड़ों पर जंग की प्रैक्टिस... चीन सीमा के पास उतरे भारत और अमेरिका के सैनिक
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चीन सीमा के पास ही हिमाचल प्रदेश में भारत और अमेरिका के एलीट कमांडो फोर्स की संयुक्त अभ्यास चल रहा है. ये अभ्यास 21 दिनों तक चलेगा. इस दौरान दोनों फोर्सेस अत्याधुनिक मिलिट्री ट्रेनिंग करेंगे. एकदूसरे की युद्ध तकनीकों को आपस में साझा करेंगे.
भारत-अमेरिका के संयुक्त विशेष सैन्य बलों के 13वें संस्करण के अभ्यास 'वज्र प्रहार, 2022' की शुरुआत 8 अगस्त 2022 को हुई. ये हिमाचल प्रदेश के बकलोह में स्थित स्पेशल फोर्सेज ट्रेनिंग स्कूल में शुरू की गई है. अमेरिकी दल का प्रतिनिधित्व यूएस स्पेशल फोर्सेज के फर्स्ट स्पेशल फोर्सेज ग्रुप (SFG) और स्पेशल टैक्टिक्स स्क्वाड्रन (STS) के जवानों ने किया. भारतीय सैन्य दल में पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो शामिल हैं.
वज्र प्रहार की श्रृंखला के संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के विशेष बलों के बीच संयुक्त मिशन योजना और परिचालन रणनीतियों के अनुभवों को साझा करना है. इस वार्षिक अभ्यास की मेजबानी भारत और अमेरिका बारी-बारी से करते रहे हैं. इसका 12वां संस्करण अक्टूबर, 2021 में ज्वाइंट बेस लेविस मैकॉर्ड, वॉशिंगटन में हुआ था.
13th Edition of India-US joint #SpecialForces Exercise #VajraPrahar commenced today at Special Forces Training School. The Exercise aims to share experiences & best practices in mission planning and operational tactics of #SpecialForces Operations.#IndianArmy#IndiaUSFriendship pic.twitter.com/m1ZeB8vsmk
21 दिन तक चलने वाले इस अभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त रूप से पहाड़ी इलाकों में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक परिदृश्यों में आतंकवाद रोधी अभियानों, वायु आधारित अभियानों को मिलाकर करेंगे. यह संयुक्त अभ्यास दोनों देशों के विशेष बलों के बीच पारम्परिक मैत्रीपूर्ण तालमेल को मजबूत बनाने के साथ ही भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में सुधार की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम है.
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