Uttarakhand: बीजेपी सांसद अनिल बलूनी और हरीश रावत की तलवार म्यान से बाहर
ABP News
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, सियासी दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. ऐसी ही दिलचस्प जंग पूर्व सीएम हरीश रावत और बीजेपी प्रवक्ता अनिल बलूनी के बीच चल रही है.
Uttarakhand Politics: धर्म विशेष से जुड़ी टोपी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी आमने सामने आ गए हैं. संभवत: यह पहला मौका है, जब ये दोनों नेता एक दूसरे से मुक़ाबिल हैं. हरीश रावत ने जहां भाजपा के बड़े नेताओं स्व अटल बिहारी वाजपेयी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई के टोपी पहने चित्र अपनी फेसबुक वाल पर अपलोड करके भाजपा नेताओं से पूछा है कि, इस टोपी के पहनने के बाद मुझे मौलाना हरीश रावत कहा गया और जब भाजपा वालों ने पहनी तो कोई कुछ नहीं बोलता. इस मुद्दे पर भाजपा में छायी चुप्पी को तोड़ते हुए भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने रावत के इस बयान को मुस्लिम तुष्टीकरण का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि, जुमे की नमाज़ के लिए सरकारी कर्मियों की छुट्टी भाजपा सरकार ने नहीं हरीश रावत की सरकार ने की थी. अब एक बार फिर मुस्लिम तुष्टीकरण में हरीश रावत अपने लिए संजीवनी की तलाश कर रहे हैं. क्या लिखा हरीश रावत ने अपनी फेसबुक वॉल परMore Related News