UP Third Round Voting: तीसरे चरण का घमासान, यूपी में मतदान! देखें कौन जीतेगा ये चुनावी रण
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यूपी में आज तीसरे दौर के लिए 59 सीटों पर वोटिंग की जा रही है. सुबह से ही पोलिंग बूथ पर लोगों का आना जाना जारी है. करहल सीट पर भी मतदान हो रहा है जहां से अखिलेश यादव मैदान में हैं. जसवंतनगर से उनके चाचा शिवपाल यादव की किस्मत का भी फैसला होगा. सीएम योगी ने भयमुक्त, दंगामुक्त, अपराधमुक्त प्रदेश के लिए मतदान करने की अपील की है. वहीं, पंजाब में 8 बजे से मतदान शुरू हुआ. यहां सभी 177 सीटों पर चुनाव है. मतदान से पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने गुरुद्रारा में मत्था टेका. आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा कि उन्होंने काम किया, अब जनता की बारी है. पंजाब में दिग्गज सिद्धू-प्रकाश सिंह बादल-सुखबीर सिंह बादल और भगवंत सिंह मान की भी किस्मत दांव पर है. देखें किस का होगा राजतिलक.
भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन के साथ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम ने इस दौरान बताया कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत क्यों ऐतिहासिक है? देखें.
पिछले हफ्ते तक कैलाश गहलोत अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे. उन्होंने न केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया, बल्कि आप पार्टी भी छोड़ दी. इसके अगले ही दिन बीजेपी ने उन्हें बड़े धूमधाम से पार्टी में शामिल कर लिया. कैलाश गहलोत ने हाल ही में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी के एक बड़े विरोध प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे अब पूरी तरह से बीजेपी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में उपचुनावों में शानदार जीत दर्ज की है. इस मौके पर नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी भी पहुंचे. पीएम मोदी ने जय भवानी, जय शिवाजी' के जयघोष के साथ अपना संबोधन शुरू किया.
गवर्नर कार्यालय ने स्पष्ट किया कि मूर्ति का अनावरण गवर्नर द्वारा नहीं किया गया था, बल्कि यह मूर्ति कलाकार और भारतीय संग्रहालय द्वारा भेंट के रूप में दी गई थी. इसके बावजूद, इस घटना ने एक राजनीतिक बहस को जन्म दिया है, जहां यह सवाल उठाया जा रहा है कि कोई व्यक्ति जीवित रहते हुए अपनी मूर्ति कैसे लगा सकता है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.