UP Assembly Election 2022: यहां से जो जीता, उसे मिली सत्ता की चाबी, जानिए आल्हा उदल की धरती महोबा के बारे में सबकुछ
ABP News
Mahoba History: महोबा इलाके में विधानसभा की दो सीटें हैं, दोनों पर बीजेपी का दबदबा है. महोबा की खासियत यह है कि यहां से जो जीतता है, वह सीधे सत्ता में पहुंच जाता है.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022: यूपी के चुनावी रण में वादों की बयार चल रही है, ऐसे में यूपी के उस हिस्से का जिक्र भी जरूरी है, जिसका स्वर्णिम इतिहास रहा है. इसके पन्नों पर जमी धूल को हटाने पर शौर्यगाथाएं उभरती हैं. बुंदेलखंड सिर्फ अपने वीरता के इतिहास के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि इसका राजनीतिक महत्व भी बेहद खास है. बुंदेलखंड आल्हा उदल की शौर्यगाथाओं की भूमि है. बुंदेलखंड के महोबा की चुनावी यात्रा के जरिए यहां आपको जानने को मिलेगा कि आखिर यहां के मुद्दे क्या हैं. इसका राजनीतिक और सामाजिक इतिहास क्या है. क्या वाकई आधुनिक भारत के विकास से महोबा जुड़ पाया है या नहीं.
कहते हैं जब अंग्रेज सेना को युद्ध के लिए भेजते थे तो आल्हा उदल की कहानियां सेना को सुनाई जाती थीं. वहीं आल्हाखंड के गायकों का कहना है कि महोबा अब भी पिछड़ा हुआ हैं. नई पीढ़ी को रिझाने के लिए सरकार की मदद की जरूरत है. आल्हा उदल बुंदेलखंड राज्य के महोबा के दो वीर योद्धा थे, जिनकी वीरता की कहानी आज भी सुनाई जाती है. उनकी वीरता को आज भी बुंदेलखंड की पावन भूमि पर याद किया जाता है. दोनों का जन्म बुंदेलखंड के महोबा में हुआ था.