![UP: स्पीकर पद पर सतीश महाना का नामांकन, राजा भैया और आराधना मिश्रा ने किया समर्थन](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202203/satish-mahana_0-sixteen_nine.jpg)
UP: स्पीकर पद पर सतीश महाना का नामांकन, राजा भैया और आराधना मिश्रा ने किया समर्थन
AajTak
उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से सतीश महाना ने नामांकन दाखिल किया. रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अलावा कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने भी समर्थन किया.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से सतीश महाना ने नामांकन दाखिल किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सतीश महाना ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान बीजेपी के प्रस्तावकों के साथ ही सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे. सतीश महाना का निर्विरोध चुना जाना तय है.
बीजेपी के सहयोगी दलों अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के अलावा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अलावा कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने भी समर्थन किया. सतीश महाना का विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना तय है, क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है.
सतीश महाना पिछली सरकार में मंत्री थे. लेकिन इस बार जब मंत्रियों की लिस्ट आई तो उसमें सतीश महाना का नाम नहीं था. ऐसे में कयास लगाए जाने लगे थे कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है. आज सतीश महाना ने स्पीकर पद के नामांकन भर दिया है. उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है.
सतीश महाना 8 बार के विधायक हैं. वे कानपुर के महाराजपुर विधानसभा सीट से 2012 से विधायक हैं. इससे पहले वे 5 बार कानपुर कैंट से चुनाव जीते हैं. सतीश महाना ने इस चुनाव में सपा के फतेह बहादुर सिंह गिल को मात दी है. सतीश महाना अपने इलाके में काफी लोकप्रिय नेता माने जाते हैं.
सतीश महाना का जन्म 14 अक्टूबर 1960 को कानपुर में हुआ था. वे छात्र जीवन से ही बजरंग दल यूथ और विश्व हिंदू परिषद में जुड़े रहे. महाना 1991 से लगातार आठवीं बार विधायक बने हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250216071535.jpg)
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं यह रेलवे का कुप्रबंधन है जिसके कारण इतने लोगों की जान चली गई. रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कुंभ पर सवाल पूछे जाने पर पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि 'कुंभ का क्या कोई मतलब है, फालतू है कुंभ.
![](/newspic/picid-1269750-20250216064455.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई, जिसमें 9 महिलाएं और कई बच्चे शामिल हैं. स्टेशन पर बिखरे सामान, जूते और कपड़े इस घटना की गवाही दे रहे हैं. भगदड़ के दौरान लोग जान बचाने के लिए सीढ़ियों और एस्केलेटर पर दौड़ पड़े. प्लेटफॉर्म पर सीमित जगह के कारण स्थिति और भी भयावह हो गई. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061033.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ पर रेलवे का बयान सामने आया है. नॉर्दर्न रेलवे के CPRO हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, प्लेटफॉर्म 14-15 के बीच फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसलने से भगदड़ मच गई. उन्होंने बताया कि इस समय प्लेटफॉर्म 14 पर मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म 15 पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी. देखें वीडियो.
![](/newspic/picid-1269750-20250216061019.jpg)
प्रयागराज में संगम स्नान के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू) पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त दबाव देखने को मिल रहा है. हालात को संभालने के लिए RPF और GRP की टीम तैनात है, लेकिन यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050509.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद तस्वीरें सामने आई हैं. अपनी जान बचाने के लिए कई लोगों ने फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म शेड पर छलांग लगा दी, जिससे कई यात्री घायल हो गए. भगदड़ के बाद प्लेटफॉर्म पर जूते, बैग, टूटी चप्पलें और यात्रियों का सामान बिखरा पड़ा है, जिसे अब हटाने का काम जारी है.
![](/newspic/picid-1269750-20250216050500.jpg)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर हुई भगदड़ के भयावह मंजर को याद कर लोगों की रूह कांप रही है. हादसे की गवाह एक महिला ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज जाने के लिए निकली थीं. महिला ने कहा कि हम आधे घंटे तक दबे रहे, मेरी ननद की मौत हो गई... हम उसे उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मुंह से झाग आ रहा था.