UP में ऑक्सीजन का मास्टर प्लान, जानिए कैसे आपूर्ति 350 मीट्रिक टन से 1050 मीट्रिक टन तक बढ़ी
ABP News
आमतौर पर होने वाली 350 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आपूर्ति को पहुंचाया 1050 मीट्रिक टन तकऑक्सीजन के वेस्टेज को रोका और उत्पादन भी बढ़ाया
लखनऊ: कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन के हाहाकार को लगभग नियंत्रित कर लिया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रभावी रणनीति और पल-पल की निगरानी के कारण प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति 350 मीट्रिक टन से तीन गुना ज्यादा 1050 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है. इसके लिए हर उस विकल्प पर काम किया गया, जो कम से कम समय में संभव था. ऑक्सीजन की आपूर्ति में सबसे बड़ी चुनौती झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लाने की और फिर उसे जिलों तक पहुंचाने की थी. इसके लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस और वायुसेना की मदद से एलएमओ लाने में 40 फीसदी समय की बचत हुई. सीएम योगी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए तकनीकी के इस्तेमाल से आपूर्ति में सामंजस्य बनाने की रणनीति अपनाई. इसके तहत देश में पहली बार ‘ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी’ डिजिटल प्लेटफॉर्म लागू किया गया और ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस आधारित प्रणाली से जोड़ा गया, ताकि उनकी रियल टाईम लोकेशन का पता चल सके.More Related News