UP: तिरंगे से पोछा पसीना, फिर पैरों तले रौंदा, VIDEO वायरल होने के बाद आरोपी गया जेल
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यूपी के बदायूं में एक शख्स को तिरंगे झंडे के अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उस पर झंडे से पसीना पोछने के बाद उसे पैरों तले रौंदने का आरोप है. राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद उसे पकड़कर जेल भेज दिया गया.
उत्तर प्रदेश के बदायूं में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है. यहां एक युवक ने तिरंगे झंडे से पहले तो अपना पसीना पोछा और इसके बाद उसे पैरों तले रौंद दिया. झंडे का अपमान करते युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
वायरल वीडियो में युवक तिरंगे से पहले अपना चेहरे का पसीना पोछता दिख रहा है. इसके बाद युवक राष्ट्रीय ध्वज को पैरों के नीचे रौंदता है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ वर्मा के मुताबिक स्थानीय लोगों ने इस मामले में शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि जरीफ नगर के गांव ढेल में रहने वाले शाहरुख के खिलाफ तिरंगे के अपमान का मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है.
बता दें कि राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाके के लोगों में आक्रोश फैल गया था. लोगों ने तिरंगे के अपमान करने वाले पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की पुलिस से मांग की थी.
ऐसा ही एक मामला अगस्त 2022 में उत्तर प्रदेश के कानपुर में सामने आया था. यहां तीन युवकों ने तिरंगे को फाड़कर उसका वीडियो बनाया और फिर उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया था. तिरंगे का अपमान करने वाले इन आरोपियों के नाम जय प्रकाश, संजय और राज बहादुर था. तिरंगे के अपमान का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इसकी जांच की और ट्विटर से इनकी आईडी के आईपी एड्रेस को निकलवाकर तीनों को गिरफ्तार कर लिया था.
तिरंगे के अपमान का एक केस अगस्त 2022 में तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले में भी आया था. एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और उसे 'सैल्यूट' करने से इनकार कर दिया था. स्कूल ही हेडमिस्ट्रेस तमिलसेल्वी इस साल रिटायर होने वाली हैं और बताया गया है कि उन्हें सम्मानित करने के लिए 15 अगस्त के उत्सव की व्यवस्था की गई थी. सूत्रों ने बताया कि हेडमिस्ट्रेस के इनकार करने के बाद सहायक प्रधानाध्यापक ने तिरंगा झंडा फहराया था. प्रधानाध्यापक ने झंडे के सैल्यूट न करने के पीछे की वजह अपनी धार्मिक मान्यताओं को बताया था.
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