Ukraine's Aajtak Ground Report: बमबारी और गोलीबारी के डर से बेसमेंट में छिपे लोग, देखें ग्राउंड रिपोर्ट
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रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग दिन पर दिन और तेज होती जा रही है. रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की कोशिश को तेजी से बढ़ा दिया है. 60 किलोमीटर लंबा जो रूसी सैन्य काफिला था वह अब कीव के और नजदीक पहुंच गया है. कीव के ब्रोवरी में स्कूल के नजदीक रूसी बमबारी हुई. ब्लास्ट बेहद ही भयंकर था, जिसमें भारी नुकसान की आशंका लगाई जा रही है. अन्य शहरों पर भी रूस के हमले जारी हैं. रूसी सेना ने कीव को तीन तरफ से घेर लिया है. आजतक लगातार ग्राउंड जीरो से रिपोर्टिंग कर रहा है. आजतक के संवाददाता राजेश पवार कीव में मौजूद हैं और हम तक खबरें पहुंचा रहे हैं. यूक्रेन की रणभूमि से देखें ग्लोबल कवरेज
पाकिस्तान में पूर्व पीएम इमरान खान की अपील पर उनके समर्थकों ने सड़कों पर हंगामा मचा रखा है. हिंसा में 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी. इस बीच सरकार ने इस्लामाबाद में सेना को शूट-एट-साइट के आदेश दे दिए. लेकिन पूर्व पीएम तो जेल में हैं, फिर कैसे वे राजनैतिक उठापटक की वजह बन रहे हैं? क्यों पाकिस्तानी पॉलिटिक्स में ये नई तस्वीर नहीं?
इमरान खान की पार्टी (PTI) ने X पर पोस्ट में कहा कि शांतिपूर्ण विरोध के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने वाले निर्दोष नागरिकों पर सरकार भारी और सीधी गोलीबारी कर रही है. कई लोगों की मौत की खबर है, और मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, अस्पतालों में आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति कम पड़ रही है, और स्थिति हर पल खराब होती जा रही है.
पाकिस्तान में गृह युद्ध की रणभूमि में इस वक्त भयानक जंग चल रही है. नौबत ये आ चुकी है कि पाकिस्तान की सेना को उतरना पड़ा है. पाकिस्तान की राजधानी इस वक्त जंग का मैदान बनी हुई है. एक तरफ इमरान खान के समर्थक हैं तो दूसरी तरफ आसिम मुनीर की सेना. लड़ाई जोरों की चल रही है. इमरान समर्थक कंटेनर हटाकर इस्लामाबाद में दाखिल हो चुके हैं और इस वक्त बेकाबू हैं.
पाकिस्तानी रेंजर्स की गोली से इमरान खान की पार्टी पीटीआई के 3 कार्यकर्ताओं के मारे जाने की खबर है. इस बीच खबर यह भी आ रही है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) दो धड़ों में बंट गई है. पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो इमरान की तीसरी बेगम बुशरा बीबी ने पार्टी की कमान अपने हाथों में ले ली है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर एक बार फिर वहां के कट्टरपंथी संगठनों के दबाव में सरकार का शिकंजा कसा है। कल बांग्लादेश पुलिस ने इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरू चिन्मय प्रभु को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मुल्क के कई हिस्सों में हिंदुओं के प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। बीती रात तो कट्टरपंथी संगठनों ने हिंदुओं के विरोध प्रदर्शन पर हमला भी बोल दिया.