
Taarak Mehta ka Ooltah Chashmah: नाश्ते का न्योता देना पड़ा भारी, जेठालाल और मेहता साहब को नसीब नहीं हुआ जलेबी-फाफड़ा, दूसरों को खाते देख चलाना पड़ा काम
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इस लाजवाब नाश्ते का एक भी टुकड़ा मिलता उससे पहले ही सब कुछ खत्म हो गया. यानि नाश्ते का न्योता देना पड़ गया जेठालाल को भारी.
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah Latest Episodes: तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) में कोई भी गड़बड़ जेठालाल (Jethalal) से शुरु होती है और जेठालाल पर ही खत्म और गोकुलधाम में कोई परेशानी आए उसकी चपेट में जेठालाल न आए ऐसा भला कैसे हो सकता है. अब हुआ यूं कि जेठालाल ने मंगवाया था जलेबी फाफड़ा लेकिन लगता है वो जलेबी फाफड़ा उनके नसीब में ही नहीं था. उन्हें इस लाजवाब नाश्ते का एक भी टुकड़ा मिलता उससे पहले ही सब कुछ खत्म हो गया. यानि नाश्ते का न्योता देना पड़ गया जेठालाल को भारी. भिड़े और डॉ. हाथी की वजह से बेबस हुए जेठालालहुआ ये कि जेठालाल ने जलेबी फाफड़ा लाने से पहले भिड़े, डॉ. हाथी, रोशन सिंह सोढ़ी, मेहता साहब सभी को जलेबी फाफड़ा का न्योता दे दिया. पहले तो सभी ने मना कर दिया लेकिन जब जेठालाल, बापूजी, टप्पू और मेहता साहब नाश्ता करने बैठे तो भिड़े और डॉ. हाथी भी आ गए. इससे पहले कि जेठालाल.... मेहता साह और अपने लिए दूसरी प्लेट किचन से लाते और नाश्ता करते उससे पहले ही सबने मिलकर नाश्ता की पूरी प्लेट सफाचट कर दी. और आखिर में केवल एक टुकड़ा जलेबी और फाफड़ बचा. यानि जेठालाल को न्योता देना भारी पड़ा और केवल दूसरों को ही खाते देखकर काम चलाना पड़ा.More Related News