Sidhu Moose Wala Murder: सचिन बिश्नोई के कहने पर की गई थी मूसेवाला की रेकी, फिर शूटर्स ने किया था हमला
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भारत से 3,679 किमी दूर जाकर बैठे सचिन बिश्नोई ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो विदेश में पकड़ा जाएगा. मगर ऐसा हुआ और वो गिरफ्तार कर लिया गया. ये वही सचिन बिश्नोई है, जिसका नाम सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पहले दिन से ही आ रहा था.
मशहूर पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की जांच में पहले दिन से ही विदेशी कनेक्शन सामने आ रहा था. क्योंकि इस घटना का एक मास्टरमाइंड कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ था और दूसरा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई. इन दोनों के आपसी रिश्ते काफी मजबूत हैं. इसी गैंगस्टर जोड़ी का गुर्गा है सचिन बिश्नोई, जिसे अजरबैजान से गिरफ्तार किया गया है. सचिन का मूसेवाला हत्याकांड में अहम रोल था.
भारत से 3,679 किमी दूर जाकर बैठे सचिन बिश्नोई ने कभी सोचा भी नहीं था कि वो विदेश में पकड़ा जाएगा. लेकिन ऐसा हुआ और वो गिरफ्तार कर लिया गया. ये वही सचिन बिश्नोई है, जिसका नाम सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पहले दिन से ही आ रहा था. मगर वो कानून की पहुंच से बहुत दूर जा चुका था.
कौन है सचिन बिश्नोई दरअसल, शातिर सचिन बिश्नोई जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भांजा है. जो विदेशी में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग को वहीं से ऑपरेट करता है. सचिन वही नाम है, जिसका जिक्र मूसेवाला मर्डर केस में एजेंसियां लगातार करती रही हैं. जांच एजेंसियां सचिन को इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड करार देती रही हैं. यही वजह है कि वो शुरू से ही जांच अधिकारियों के रडार पर रहा है. पुलिस का दावा था कि सचिन के कहने पर ही संदीप उर्फ केकड़ा ने सिद्धू मूसेवाला की रेकी की थी, क्योंकि वो सचिन का दोस्त है. यानी सीधे तौर पर सचिन का इस मर्डर केस से नाता है.
सचिन के दोस्त केकड़ा ने की थी रेकी वारदात के दिन संदीप उर्फ केकड़ा सिद्धू मूसेवाला का फैन बनकर उनके घर पहुंचा था. वो काफी देर तक वहां जमा रहा और मौका मिलने पर उसने बाहर मूसेवाला के साथ सेल्फी ली थी. इसके बाद भी वो वहीं मौजूद था. जब मूसेवाला घर से बाहर निकले तो उसने फौरन इस बात की इत्तिला शूटरों को दे दी थी. उसकी जानकारी के आधार पर ही हमलावरों ने मूसेवाला को घेर मारने की योजना बनाई थी. इसके बाद उन्होंने अपनी साजिश को अंजाम भी दे डाला था.
सचिन बिश्नोई ने किया था चैनल में फोन! मूसेवाला की हत्या के बाद एक शख्स ने एक टीवी चैनल को फोन करके कहा था कि उनके गैंग अपने दोस्त विक्की मिद्दूखेड़ा की मौत का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. हालांकि, वो फोन कॉल चैनल के दफ्तर में सचिन ने ही की थी, इस बात की पुष्टि जांच एजेंसियों ने अभी तक नहीं की है.
सचिन ने इस्तेमाल किया फर्जी पासपोर्ट अजरबैजान में सचिन के पकड़े जाने के बाद पता चला है कि उसके पास से फर्जी पासपोर्ट भी मिला है. जिस पर तिलक राज टूटेजा का नाम लिखा है. जिसे वो इस्तेमाल कर रहा था. असल में सचिन अपना पूरा नाम सचिन थापन लिखता है, जबकि उसके पिता का असली नाम शिव दत्त है. लेकिन बरामद किए गए फर्जी पासपोर्ट पर उसके पिता का नाम भीम सेन दर्ज है. उसने पासपोर्ट में अपना पता भी गलत दर्ज कर रखा है. पासपोर्ट में उसका पता मकान नंबर 330, ब्लॉक एफ-3, संगम विहार, दिल्ली पाया गया है. जबकि उसका असली पता वीपीओ दतारियां वाली, जिला फजिल्का है.
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