Shiv Sena Politics: महाराष्ट्र के बाहर लाख कोशिशों के बावजूद भी क्यों नहीं पनप सकी शिव सेना?
ABP News
Shiv Sena Politics: हिंदुत्ववाद अपनाने के बाद बालासाहब को उम्मीद थी कि पार्टी महाराष्ट्र के बाहर भी अपने पैर पसारेगी और एक राष्ट्रीय पार्टी की शक्ल ले लेगी, लेकिन ऐसा हो न सका.
Shiv Sena Politics: शिव सेना ने ऐलान किया है कि वो महाराष्ट्र के बाहर यानी कि उत्तर प्रदेश और गोवा में भी चुनाव लड़ेगी. ये कोई पहली बार नहीं है कि शिव सेना ने महाराष्ट्र के बाहर भी पैर पसारने की कोशिश की हो. पार्टी के दिवंगत प्रमुख बाल ठाकरे शिव सेना को एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर देखना चाहते थे, लेकिन उनका ये ख्वाब कभी पूरा हो न सका. आखिर शिव सेना महाराष्ट्र के बाहर क्यों नहीं पनप पायी, इसकी कहानी बड़ी ही दिलचस्प है. इस हफ्ते का सियासी किस्सा ठाकरे के इसी अधूरे ख्वाब पर.
अगर किसी राज्य में पार्टी खड़ी करनी है तो वहां जाकर पार्टी के बडे नेताओं को सभाएं लेनी पडती हैं, रैलियां निकालनीं पडतीं हैं, स्थानीय मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाना पड़ाता और राज्य के बड़े चेहरों को पार्टी के साथ जोड़ना पडता है. क्या शिव सेना ने ये सब किया? नहीं. शिव सेना के व्यवहार से यही नजर आया कि पार्टी अधूरे मन से महाराष्ट्र के बाहर चुनाव लड़ रही है.