![Sehore News: शुरू होने से पहले ही ऑक्सीजन प्लांट लीकेज होने के कारण हुआ बंद, मरीज परेशान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/12/30/224d45ac65a9296f2e75df1ee7f3adde_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&imheight=628)
Sehore News: शुरू होने से पहले ही ऑक्सीजन प्लांट लीकेज होने के कारण हुआ बंद, मरीज परेशान
ABP News
सीहोर जिला मुख्यालय पर स्थापित किए गए ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया गया था लेकिन टेस्टिंग के कुछ दिन बाद से ही प्लांट लीकेज हो जाने के बाद बंद कर दिया गया.
Leakage in Oxygen Plant: मरीजों की सुविधा और कोरोना जैसी महामारी से निपटने के उद्देश्य से पीएम केयर्स फंड से जिला मुख्यालय पर स्थापित किए गए ऑक्सीजन प्लांट शुरू किया गया था लेकिन टेस्टिंग के कुछ दिन बाद से ही प्लांट लीकेज हो जाने से अब तक बंद है. ऐसे में अब अस्पताल में उपचार के लिए गंभीर भर्ती जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए जिले का स्वास्थ्य विभाग निजी ऑक्सीजन विक्रेताओं से महंगा सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है.
कोरोना के दूसरी लहर के दौरान लगा था ऑक्सीजन प्लांटकोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी होने और कोरोना से पीड़ित मरीजों की हो रही मौतों को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा पीएम केयर्स फंड से जिला मुख्यालय पर एक करोड़ 33 लाख की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने की मंजूरी दी गई थी. दूसरी लहर का प्रकोप थम जाने के बाद जिला मुख्यालय पर लंबे अंतराल के बाद इस स्वीकृत आक्सीजन प्लांट को स्थापित करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा इसका वर्चुअल व लोकार्पण सितंबर माह में कर दिया था लेकिन इस प्लांट में बनने वाली आक्सीजन की जांच नहीं हो पाने और जिला अस्पताल के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन की सप्लाई लाइन नहीं बिछाई जाने के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका था.जांच मानकों पर भी नहीं उतरा था खरानवंबर महीने में प्लांट से बनने वाली ऑक्सीजन की गुणवत्ता जांचने के लिए इसे के सैंपल लिए गए और उन्हें बेंगलुरु की प्रयोगशाला में भेजा गया जहां से जांच रिपोर्ट सामने आई उसमें जिला मुख्यालय पर स्थापित यह प्लांट किसी भी मानक पर खरा साबित नहीं हो सका. उसके बाद भी प्लांट को चालू रखा गया और इसमें लीकेज की समस्या उत्पन्न हो जाने से इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया. वहीं इसके कुछ दिन बाद ही स्वास्थ मंत्री ने प्लांट का निरीक्षण किया था. तब भी उन्होंने प्लांट को तुरंत दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक प्लांट दुरुस्त नहीं किए गए हैं। तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है, लेकिन अब तक प्लांट को ठीक नहीं किया गया है.