Seema Haider Case: तीन दिन की पूछताछ, कई सवाल... अब तक क्यों अनसुलझी है सीमा हैदर की मिस्ट्री?
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सीमा के जासूस और माशूका होने पर लोगों की राय भी बंटी हुई है. लेकिन एजेंसियां राय से नहीं चलती, बल्कि सबूतों से चलती हैं और इसीलिए सीमा हैदर से लंबी पूछताछ की गई है. यूपी एटीएस और सेंट्रल एजेंसियों ने भी सीमा-सचिन से पूछताछ की है.
Seema Haider-Sachin Love Story: यूपी पुलिस, एटीएस, आईबी समेत तमाम एजेंसियां सीमा हैदर का सच जानने की कोशिश कर रही हैं. यूपी एटीएस समेत कई एजेंसियां लगातार उससे पूछताछ कर रही थीं. और सीमा थी कि कभी अपने आशिक सचिन के साथ रील्स बना रही थी, तो कभी उसके परिवार वालों के साथ ठुमके लगा रही थी. ये मामला मुहब्बत और जासूसी के बीच उलझा नजर आ रहा था. लेकिन अब खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ दोनों मुल्कों के लोग इस स्टोरी का क्लाइमेक्स देखना चाहते हैं.
कायदे से सीमा की जगह कोई और होता तो उसकी सांसें हलक में अटकी जातीं लेकिन यहां सीमा है कि इन सारी बातों से बेफिक्र मुस्कुरा रही है, कभी हथेलियों से दिल के निशान बना रही है और कभी डांस स्टेप्स दिखा रही है.
जासूस या माशूका? सवाल ये है कि ऐसा कौन कर सकता है? कोई स्मार्ट सीक्रेट एजेंट यानी मंझा हुआ जासूस? या फिर दुनियादारी से बेख़बर अपने आशिक की दुनिया में खोई कोई माशूका? सोचने पर आएं तो ये बातें दोनों पर फिट बैठने वाली लगती हैं. शायद यही वजह है कि सीमा के जासूस और माशूका होने पर भी लोगों की राय भी बंटी हुई है. लेकिन एजेंसियां राय से नहीं चलती, बल्कि सबूतों से चलती हैं और इसीलिए सीमा से लंबी पूछताछ की गई है. यूपी एटीएस और सेंट्रल एजेंसियों ने भी सीमा-सचिन से पूछताछ की है.
भारतीय सेना के कुछ जवानों को भेजी थी फ्रेंड रिक्वेस्ट सीमा हैदर और सचिन मीणा से ATS ने दो दिन में करीब 15 घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान एटीएस ने को कई अहम जानकारी हासिल की हैं. अब सीमा हैदर के खिलाफ जांच तेज हो गई है. एटीएस ने सीमा हैदर के सोशल मीडिया अकाउंट की भी जांच की है. जिसमें पाया गया है कि सीमा के सोशल मीडिया अकाउंट से दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर लोग जुड़े हुए हैं. साथ ही यह भी पता चला है कि सीमा हैदर ने भारतीय सेना के कुछ जवानों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भी भेजी थी. अब जांच टीम इसके पीछे का मकसद तलाश कर रही है.
हर एंगल से जांच कर रही है UP ATS वहीं, सीमा हैदर ने कहा कि उसके नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई गई होगी. एटीएस ने नोएडा पुलिस द्वारा की गई जांच रिपोर्ट की केस फाइल की भी जांच की है. फिलहाल एटीएस हर एंगल से इस मामले में जांच कर रही है. सीमा हैदर को लेकर उत्तर प्रदेश के स्पेशल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार से जानकारी ली गई है. उसने कई सवाल पूछे, जिनके जवाब देते हुए उन्होंने कहा ''फिलहाल कुछ भी कहना ठीक नहीं है. यह मामला दो राष्ट्रों से जुड़ा हुआ है. जब तक पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिल जाते कुछ भी करना उचित नहीं है.''
स्पेशल डीजी ने कहा- सुरक्षा में चूक नहीं प्रशांत कुमार ने यह भी कहा है कि सीमा को बाहर भेजने की जो विधित प्रक्रिया है. इसके लिए पहले से कानून तय है. उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. डिपोर्ट करेंगे या नहीं यह एजेंसी देखेगी. सुरक्षा में कहीं भी चूक नहीं है. नेपाल बॉर्डर खुला हुआ है. साथ ही डीजी से जब पूछा गया कि क्या सीमा हैदर एजेंट है तो उन्होंने कहा कि किसी के चेहरे पर नहीं लिखा है कि वो पाकिस्तानी है.
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