Schools Closed: स्कूलों में तीन महीने की छुट्टियां! 28 फरवरी तक बंद रहेंगे जम्मू और कश्मीर के सभी स्कूल
AajTak
Schools Closed, Winter Vacations 2022: बर्फबारी के चलते बढ़ती ठंड को देखते हुए जम्मू और कश्मीर सरकार ने 12वीं के स्कूलों में तीन महीने की छुट्टियां घोषित की हैं. 12वीं के स्कूल 28 फरवरी तक बंद रहेंगे. प्रशासन ने नोटिस जारी छुट्टियों का शेड्यूल जारी किया है.
Schools Closed, Winter Vacations 2022: जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को कश्मीर और जम्मू के वींटर जोन्स के स्कूलों के लिए शीतकालीन अवकाश (Winter Vacations) की घोषणा कर दी है. कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों में दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 तक लगभग तीन महीने की छुट्टियां रहेंगी. प्रशासन ने छोटे और बड़े बच्चों के लिए छुट्टियों का अलग-अलग शेड्यूल जारी किया है.
जम्मू और कश्मीर में बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियां घोषित की हैं. पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश और बर्फबारी के बाद मौसम ने करवट ली जिसके चलते ठंड बढ़ गई है. घाटी में बर्फबारी शुरू हो चुकी है. प्रशासन द्वारा निर्धारित तिथियों के अनुसार प्राइवेट एवं सरकारी दोनों विद्यालय बंद रहेंगे. जम्मू और कश्मीर के स्कूलों की छुट्टियां 1 दिसंबर से शुरू होंगी और तीन महीने यानी 28 फरवरी, 2023 तक जारी रहेंगी.
जानें कब से कब तक बंद रहेंगे स्कूल प्रशासन द्वारा जारी जम्मू-कश्मीर शीतकालीन अवकाश की तारीखों के अनुसार, 5वीं कक्षा तक की कक्षाएं 1 दिसंबर से, 6वीं से 8वीं कक्षा तक की कक्षाएं 12 दिसंबर तक और कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा 19 दिसंबर तक बंद रहेंगी. सभी कक्षाओं के लिए स्कूल 28 फरवरी 2023 से फिर से खुलेंगे.
Jammu and Kashmir govt announces winter vacations for all the government and recognised private schools of Kashmir and winter zones of Jammu in a phased manner, beginning December 1. pic.twitter.com/1wMQQ4hK6G
बता दें कि जम्मू और कश्मीर के प्राइवेट और सरकारी दोनों स्कूलों को प्रशासन के आदेश का पालन करना जरूरी है. छात्रों की शंकाओं के समाधान के लिए शिक्षकों को ऑनलाइन उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है. साथ ही, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों के शिक्षकों को 20 फरवरी को अपने संबंधित स्कूलों में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है ताकि वे स्कूलों को फिर से खोलने की व्यवस्था कर सकें.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.