
Satish Pandey: डीएम का बॉडीगार्ड सतीश पाण्डेय कैसे बना बाहुबली, दर्ज हैं लूट, हत्या, अपहरण समेत 95 अपराधिक मामले
ABP News
कभी अंतरराज्यीय अपराधी गिरोह का सरगना और दो लाख रुपए के इनामी अपराधी रहे सतीश पांडे के खिलाफ तकरीबन 94 से 95 मामले दर्ज हैं. ये बात खुद गोपालगंज की पुलिस बताती है.
पटना: सतीश पाण्डेय (Satish Pandey) गोपालगंज के हथुआ थाना क्षेत्र के नयागांव तुलसिया गांव के रहने वाले कुचायकोट से जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय (JDU MLA Amrendra Pandey) उर्फ पप्पू पांडे के बड़े भाई हैं. सतीश पाण्डेय पिछले दो दशक से अपराध की दुनिया में खूब सक्रिय हैं. शुरुआती दौर में इनकी बिहार पुलिस में भर्ती हुई थी, जिसके बाद कई सालों तक ये सीवान के जिलाधिकारी के अंगरक्षक रहे. बाद में सीवान के ही पूर्व सांसद स्वर्गीय जनार्दन तिवारी के भांजे और अपने परम मित्र अभय पांडे की हत्या के बाद सतीश पाण्डेय ने अपराध की दुनिया में कदम रखा और आगे बढ़ते गए, जहां से लौटना मुश्किल था.
दो दशक से अपराध की दुनिया में हैं सक्रिय