
Russia-Ukraine War: युद्ध में जैविक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है यूक्रेन, रूसी रक्षा मंत्रालय का बड़ा आरोप
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Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही. बीते माह 24 फरवरी से शुरू हुआ यह युद्ध अब कितना बड़ा आकार लेगा, इसको लेकर कोई कुछ नहीं कह सकता. क्योंकि अब दिन प्रतिदिन दोनों देशों के बीच मैदानी जंग के अलावा जुबानी जंग भी बढ़ती जा रही है.
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध 35 दिन से जारी है. दोनों देशों के बीच लगातार एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी चल रही है. इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन ने बुधवार को यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाया है. रूस का कहना है कि कीव सरकार ने जैविक हथियारों के इस्तेमाल पर गंभीरता से विचार किया है. यूक्रेन इस जंग में रूस और डोनबास के खिलाफ जैविक हमला भी कर सकता है.
रूस पहले से आरोप लगा रहा है कि अमेरिका की मदद से यूक्रेन में बड़ी संख्या में जैविक हथियार बनाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन रूस के खिलाफ कर सकता है.
रूस ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान दावा किया है कि वहां खतरनाक वायरस स्टोर किए गए हैं जिन्हें अमेरिका हथियारों के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है. अमेरिका के पास 30 देशों में 336 जैविक अनुसंधान लैब हैं, जिनमें 26 लैब अकेले यूक्रेन में हैं. अमेरिका को इन लैब्स के बारे में अपने देश और विदेश में अपनी जैविक सैन्य गतिविधियों की पूरा जानकारी देनी चाहिए.
रूस, यूक्रेन के जरिये अमेरिका पर जैविक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगा रहा है, लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इसे रूस की साजिश बताकर यूक्रेन पर हमला करने की नई तरकीब बता रहे हैं. उधर, अमेरिका ने भी दावा किया था कि रूस, यूक्रेन पर केमिकल या जैविक हथियारों से अटैक कर सकता है.
वहीं, आज बुधवार को एक बार फिर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक घंटे तक युद्ध के हालात पर चर्चा की. जेलेंस्की ने बताया कि इस बातचीत में युद्ध के मैदान और बातचीत की टेबल पर स्थिति का साझा मूल्यांकन किया गया. इस दौरान रक्षा क्षेत्र के समर्थन और और मानवीय सहायता समेत दूसरे विषयों पर बातचीत की गई.

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