RaskhaBandhan : रक्षाबंधन की थाली में जरूरी है नारियल और जल कलश
ABP News
पूजा की थाली में गंगा जल से भरा कलश भी रखा जाता है. रिवाज के अनुसार कलश तांबे का होना चाहिए. इसके जल से ही कुमकुम को गीलाकर भाई को तिलक लगाया जाता है.
RaskhaBandhan : रक्षाबंधन पर पूजा की थाली में कुमकुम, हल्दी, चावल, नारियल, रक्षा सूत्र, मिठाई, दीपक और गंगा जल से भरा कलश रखना जरूरी बताया गया है. इनमें कई चीजों के पीछे पौराणिक मान्यताएं हैं तो कुछ आध्यत्मिक रूप से जरूरी हैं. कुमकुम पूजा की सबसे पहली सामग्री है, जो थाली में अनिवार्य रूप से होनी चाहिए. मान्यताओं के अनुसार शुभ कार्यों की शुरुआत तिलक के साथ होनी चाहिए. थाली में चावल का इस्तेमाल होता है, चावल को अक्षत कहा गया है यानी जो अधूरा ना हो. यह शुक्र ग्रह से संबंधित होने से जीवन में सुख सुविधाओं का दाता है. माना जाता है कि तिलक-चावल लगाने से भाई के जीवन में हमेशा सुख सुविधाएं बढ़ती रहेंगी. इसके अलावा पूजा की थाली में नारियल का बेहद महत्व है, क्योंकि तिलक करने के बाद बहन भाई के बाद हाथ में नारियल दे देती है, श्रीफल यानी लक्ष्मी फल होने के चलते इसे सुख-समृद्धि का प्रतीक माना गया है.More Related News