Rameshwaram jyotirlinga: रामेश्वर में सिर्फ एक डुबकी से बीमार बन जाता है निरोगी, 24 कुओं का पानी है पाप नाशक
ABP News
12 ज्योतिर्लिंगों में से रामेश्वर की गिनती चार धामों में होती है. आस्था-धर्म की जुगलबंदी वाले तीर्थ का इतिहास रामायणकाल से है. यहां स्नान रोगों से मुक्ति देता है, जहां आज भी मीठे पानी के 24 कुएं हैं.
Rameshwaram : तमिलनाडु के रामनाथपुरम स्थित रामेश्वरम के लिए कहा जाता है कि जैसे उत्तर में काशी का महत्व है, वैसे ही दक्षिण में रामेश्वरम खास है. आस्था है कि यहां डुबकी लगाने मात्र से रोगों से मुक्ति मिल जाती है. मान्यता है कि इस मंदिर में गंगाजल से प्रभु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. मंदिर के लिए पौराणिक मान्यता है कि जब प्रभु राम लंका विजय के बाद माता सीता के साथ लौटे तो ब्राह्मण हत्या के पाप से मुक्ति के लिए उन्होंने शिव उपासना का संकल्प किया. शिवलिंग स्थापना के लिए के लिए राम ने हनुमानजी को हिमालय से शिवलिंग लाने की आज्ञा दी. प्रभु की आज्ञा से गए हनुमान को लौटने में देरी हुई तो मां सीता ने समुद्र किनारे रेत से शिवलिंग बना दिया. इसे रामनाथ कहा गया. हनुमान के लाए शिवलिंग को पहले स्थापित शिवलिंग के लिए पास स्थापित किया गया, इसे हनुमदीश्वर कहा गया. आज भी यह दोनों शिवलिंग यहां पूजे जाते हैं.More Related News