Ramayan : राम-लक्ष्मण ही नहीं, भरत-शत्रुघ्न ने भी काटा था वनवास
ABP News
पिता के आदेश पर राम के वन जाने पर भरत कुटिया में रहकर चला रहे थे राजकाज शत्रुघ्न ने भी 13 वर्षों तक राजमहल और पत्नी का त्याग कर नंदीग्राम में बिताए थे दिन
Ramayan Katha in Hindi: पिता दशरथ का वचन पूरा करने के लिए श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के लिए घर से निकले तो अनुज लक्ष्मण और अर्धांगिनी सीता भी साथ गईं. इस दौरान छोटे भाई भरत और शत्रुघ्न अपनी ननिहाल में थे, लेकिन जब वे लौटे तो भाई के वियोग में उन्होंने भी राजमहल छोड़ दिया. भरत भाई की चरणपादुका रखकर नंदीग्राम के जंगल में कुटिया बनाकर तपस्वी के भेष में रहते हुए राजपाट देख रहे थे. वह यहां जमीन पर सोते थे और नदी पोखरे का पानी पीते, कंदमूल फल खाते. इधर, तीनों भाइयों के राजमहल छोड़कर जंगल में रहने से आहत चौथे भाई शत्रुघ्न ने भी अयोध्या छोड़ने का फैसला कर लिया. बिना किसी को बताए वह नंदीग्राम में ही जाकर भाई भरत की कुटिया के बाहर तपस्वी की तरह रहने लगे. बताया जाता है कि पूरे 13 साल तक पूरी अयोध्या तो क्या खुद मां कौशल्या को भी इसकी खबर नहीं थी.More Related News