Raksha bandhan: कलाई पर मौली, कलावा बांधने से संवरती है सेहत, जानें कैसे
ABP News
रक्षाबंधन पर बहनें भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी दीर्घायु और स्वस्थ रहने की कामना करती हैं, लेकिन राखी, कलावा या रक्षा सूत्र बांधने के अध्यात्मिक, वैज्ञानिक और चिकित्सीय फायदे भी बहुत हैं.
Raksha bandhan : हिन्दू धर्म में मौली बांधना वैदिक परंपरा का हिस्सा बताया गया है, चूंकि यह कलाई में बांधा जाता है, इसलिए इसे कलावा कहते हैं. आमतौर पर इसे उप मणिबंध वैदिक नाम से जाना जाता है. रक्षाबंधन या पूजा पाठ के बाद कलावा बांधने की तीन वजहें होती हैं, आध्यात्मिक, चिकित्सीय और मनोवैज्ञानिक. विजय के लिए : सबसे पहले इंद्र की पत्नी शचि ने वृत्तसुर युद्ध में इंद्र को रक्षा सूत्र बांधा था. तब से जब भी कोई युद्ध में जाता है तो कलाई पर कलाया, मौली या रक्षा सूत्र बांधकर पूजा की जाती है.More Related News