Railway News: कोरोना की दूसरी लहर थमने के संकेतों के बीच बदली तस्वीर, बढ़ी पैसेंजर बुकिंग- घटी ऑक्सीजन ढुलाई
ABP News
कोरोना की रफ्तार थमने के बाद एक तरफ ट्रेनों से ऑक्सीजन की सप्लाई बहुत कम हुई है तो दूसरी ओर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. यात्रियों की मांग पर रेलवे ने लंबी दूरी के कई ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है. इन ट्रेनों में प्रवासी मजदूरों की संख्या सबसे ज्यादा होती है.
देश में कोरोना की दूसरी लहर थमने के साथ ही रेलवे के डाटा में भी भारी अंतर आया है. दूसरी लहर के तेज होते ही देश के हर कोने में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं. दूसरी ओर यात्री ट्रेनों की संख्या में भारी कमी आ गई थी. लोग लंबी दूरी की यात्रा करने से परहेज करने लगे थे. दो महीनों बाद अब हालात एकदम उल्ट हैं. एक तरफ ट्रेनों से ऑक्सीजन की सप्लाई बहुत कम हुई है तो दूसरी ओर ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. यात्रियों की मांग पर रेलवे ने लंबी दूरी के कई ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है. कोविड संक्रमण की रफ्तार थमने के साथ ही देश के कई राज्यों में लॉकडाउन खत्म हो चुका है और वहां धीरे-धीरे कारोबार को खोला जा रहा है. इससे ट्रेनों में लोगों का आना-जाना बढ़ गया है. 400 टन पर आया ऑक्सीजन की आपूर्ति का आंकड़ारेलवे के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ पिछले एक सप्ताह के अंदर 32 लाख पैसेंजरों ने ट्रेनों से लंबी दूरी की यात्रा की है. आमतौर पर इनमें सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर शामिल थे क्योंकि इन लोगों की आवाजाही उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से हुई है. इसके साथ ही पिछले 10 दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई भी बहुत कम हो गई है. 10 दिनों से रेलवे 400 टन ऑक्सीजन को रोजना ढो रही है जबकि इससे पहले 600 टन ऑक्सीजन को रोजाना ढोया जाता था. शुक्रवार को तो रेलवे ने सिर्फ 150 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की. रेलवे ने एक दिन में सबसे ज्यादा 26 मई को 1194 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की थी. शनिवार को रेलवे ने 264 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की इनमें सिर्फ तमिलनाडु में 184 टन और बाकी कर्नाटक में उतरा.More Related News