
Raaj Ki Baat: साफ होने लगी उत्तर प्रदेश की राजनीति, चुनाव से पहले चेहरे को लेकर हुई ये बात
ABP News
पहले दिल्ली आलाकमान का लखनऊ जाना, फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दिल्ली जाना. दिल्ली जाकर भी सबसे पहले गृहमंत्री अमित शाह से मिलना. इन तमाम सियासी घटनाक्रमों में राज की बात की पूरी श्रंखला छिपी हुई है जो बताती है कि यूपी की राजनीति और यूपी बीजेपी में अभी बहुत कुछ सामान्य तो नहीं था.
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजनीति में जिस तरह से उहापोह के हालात कुछ दिनों से बने थे अब उसकी तस्वीर साफ होनी शुरु हो गई है. बहुत कुछ समझ आ गया है और बहुत कुछ अभी राज है. राज की बात में इन्हीं राज से उठाएंगे हम पर्दा. साथ ही जो नहीं छपा है और जो छिपा है उसकी भी खोलेंगे परतें. राज की बात ये है कि चुनाव से चंद महीने पहले यूपी सरकार और संगठन नें कुछ बड़े फेरबदल होंगे. फेरबदलों की इस फाइल में बहुत कुछ ऐसा होगा जो दिखेगा और बहुत कुछ ऐसा भी होगा जो दिखाने के लिए कुछ और हकीकत में कुछ और होगा. चुनाव से पहले तक चेहरे में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन सियासत से लेकर शासन अब सीधे दिल्ली की सीधी निगरानी में होगा. इसके अलावा यूपी में कुछ लोगों का महत्व बढ़ेगा तो सियासी समीकरणों को साधने के लिए कुछ नेताओं क़द और पद भी. यूं कहें कि प्रशासनिक फ़ैसलों में विकेंद्रीकरण भी होगा.More Related News