
Puppy पैदा होते ही समझने लग जाते हैं लोगों के संवाद, स्टडी से आई ये बात सामने
ABP News
ब्रे पिछले एक दशक से कैनाइन कम्पेनियंस के सहयोग से गाइड डॉग डेवलपमेंट की स्टडी कर रहे हैं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है.
डॉगी के पिल्ले यानी Puppy में आपको क्या सबसे अच्छी चीज लगती है? उसकी प्यारी जम्हाई या जब वह आपकी नाक चाटते हैं या फिर और कोई चीज? या फिर हो सकता है कि आपकी आंखों में उसका घूरना यानी ऐसा लगा रहो हो कि वह ये जानता हो कि आप उस वक्त क्या सोच रहे हैं. इनमें से चाहे जो भी हो लेकिन एक चीज तय है कि पिल्लों को उसके जन्म के तुरंत बाद ही वह आपसे संवाद के लिए तैयार हो जाता है. ये बात यूनिवर्सिटी ऑफ एरोजोना स्कूल ऑफ एंथ्रोपोलोजी में एरिज़ोना कैनाइन कॉग्निशन सेंटर में पोस्ट-डॉक्टरल शोध सहयोगी एमिली ब्रे ने बताई है. उन्होंने कहा कि पिल्ले शुरुआत से ही किसी भी व्यक्ति को टकटकी निगाहों से देखेंगे और उसकी तरफ से किसी भी इशारे पर वह अपने रिएक्ट करेंगे. ब्रे पिछले एक दशक से कैनाइन कम्पेनियंस के सहयोग से गाइड डॉग डेवलपमेंट की स्टडी कर रही हैं, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है और वयस्कों, बच्चों और शारीरिक या संज्ञानात्मक अक्षमता वाले बुजुर्गों को बिना किसी शुल्क के कुत्ते देता है.More Related News