Punjab Election: CM चन्नी का PM मोदी को पत्र, कहा- कुमार विश्वास के दावे की हो जांच, अलगाववाद की चुकाई है भारी कीमत
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Punjab Election: कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास के हाल ही में दिए बयान के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है. अब पंजाब के सीएम चन्नी ने कुमार विश्वास के आरोपों की जांच की मांग पीएम मोदी से की है.
Punjab Election: पंजाब में 20 फरवरी को वोटिंग होनी है. ऐसे में सूबे की राजनीति गरमाई हुई है. हाल ही में कवि कुमार विश्वास ने पंजाब और अरविंद केजरीवाल को लेकर टिप्पणी की थी. अब इस पर सियासी बवाल मच गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री चऱणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुमार विश्वास के दावे की जांच की मांग की है. As CM of Punjab, I request Hon'ble PM @narendramodi Ji to order an impartial enquiry in the matter of @DrKumarVishwas Ji’s video. Politics aside, people of Punjab have paid a heavy price while fighting separatism. Hon’ble PM needs to address the worry of every Punjabi. pic.twitter.com/aoSwie55yx #WATCH | Poet & former AAP leader Kumar Vishwas alleges AAP chief Arvind Kejriwal was supportive of separatists in Punjab "One day, he told me he would either become CM (of Punjab) or first PM of an independent nation (Khalistan)," Vishwas says. pic.twitter.com/5ccGs9jNn3
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.