Punjab Election 2022: पंजाब की वो सीटें, जहां दलित तय करते हैं हार और जीत, सूबे में ऐसे हैं समीकरण
ABP News
Punjab Assembly Election 2022: तमाम पार्टियां ये अच्छे से जानती हैं कि 50,362 वर्ग किलोमीटर में फैले पंजाब की सत्ता पर अगर कब्जा जमाना है तो दलितों को अपने साथ लाना बेहद जरूरी है.
Punjab Elections 2022: अगले साल जिन राज्यों में पार्टियों की सियासत वोटों की गिनती से तय होगी, उनमें पंजाब (Punjab Assembly Elections) का भी नाम है. 'धान का कटोरा' कहे जाने वाले पंजाब की धरती में जितनी तरह की फसलें उगती हैं, वहां की राजनीति में मुद्दे भी उतने ही तरह के हैं. दिल्ली से कार से चलेंगे तो 5 घंटे में आप पहुंच जाएंगे चंडीगढ़ यानी पंजाब की राजधानी. यही वो जगह है जहां से सूबे की सियासत चलती है, रणनीतियां बनती हैं.
राज्य में चुनाव की तारीखों के ऐलान में भले ही कुछ दिनों का वक्त बचा हो लेकिन राजनैतिक तिकड़म लगाने का दौर शुरू हो चुका है. पार्टियां लुभावने वादों की चाशनी वोटरों को परोस रही हैं. लेकिन इन सबके बीच दलित वोटरों (Dalit Votes in Punjab) को अपने पाले में लाने में कोई भी पार्टी कसर नहीं छोड़ रही है. तमाम पार्टियां ये अच्छे से जानती हैं कि 50,362 वर्ग किलोमीटर में फैले पंजाब की सत्ता पर अगर कब्जा जमाना है तो दलितों को अपने साथ लाना बेहद जरूरी है. आइए आपको बताते हैं कि पाकिस्तान से सटे इस राज्य में आखिर दलितों की अहमियत इतनी ज्यादा कैसे है.