
PPF और NPS में कौन है ज्यादा फायदेमंद! 3000 रुपये मंथली कैसे बनेंगे 44 लाख, निवेश करने से पहले जानिए
Zee News
PPF vs NPS: रिटायरमेंट के लिए आपके पास बहुत सारे निवेश विकल्प मौजूद है. इन्हीं में से PPF, NPS ऐसे दो विकल्प हैं, जिन्हें लेकर अक्सर कंफ्यूजन रहता है कि किसमें निवेश करना ज्यादा फायदेमंद रहेगा. चलिए इस कंफ्यूजन को दूर करते हैं.
नई दिल्ली: PPF vs NPS: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) दोनो ही लंबी अवधि के निवेश हैं. हालांकि दोनों की निवेश विकल्पों के मकसद अलग अलग हो सकते हैं. NPS पूरी तरह के से एक रिटायरमेंट स्कीम है. इसमें निवेश इसलिए किया जाता है ताकि 60 साल की उम्र के बाद पेंशन मिलती रहे. PPF के जरिए पेंशन हासिल करने के लिए आपको मैच्योरिटी के बाद भी इसे चालू रखना पड़ता है. PPF 100 परसेंट डेट इंस्ट्रमेंट है, यानी इसका पूरा पैसा बॉन्ड्स वगैरह में लगता है, जबकि NPS में डेट और इक्विटी दोनों का हिस्सा होता है. NPS में निवेशक के पास ये विकल्प होता है कि वो इसमें इक्विटी का हिस्सा 75 परसेंट तक रख सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर निवेशक की रिस्क लेने की क्षमता ज्यादा है तो वो डेट-इक्विटी का रेश्यो 50:50 रख सकता है, इससे लंबी अवधि में उसे 10 परसेंट तक रिटर्न मिल सकता है, जो कि PPF के 7.1 परसेंट से करीब 3 परसेंट ज्यादा है. NPS में मैच्योरिटी के बाद न्यूनतम 40 परसेंट हिस्सा अनिवार्य रूप से एन्यूटी में डालना होता है, एन्यूटी से यहां मतलब पेंशन से है. इसी से रिटायरमेंट के बाद आपको पेंशन मिलती है.More Related News