Pitru Paksha 2021: पितृ पक्ष में खरीददारी की क्या हैं भ्रांतियां? जानें इससे जुड़ी सभी जरूरी बातें
ABP News
Pitru Paksha 2021: पितृ पक्ष 21 सितंबर से शुरू हो चुका है. इस दौरान खरीददारी करनी चाहिए या नहीं. इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां लोगों में फैली हैं. आइये जानें इससे संबंधित जरूरी बातें.
Pitru Paksha 2021 misconceptions of shopping: हिंदी पंचांग के अनुसार, पितरों की तृप्ति के लिए समर्पित पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष 21 सितंबर 2021 दिन मंगलवार से शुरू हो चुका है. पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध जैसे अनेक कर्म काण्ड किये जाते हैं. इसके पीछे मान्यता है कि पितृ पक्ष में हमारे पितर और पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वंश में किसी न किसी प्रकार पहुँचते हैं. पितरों की आत्मा की शांति के लिए ये कर्मकांड किये जाते हैं इससे वे प्रसन्न होकर परिवार को आशीर्वाद देते हैं. उनके आशीर्वाद से वंश, धन, विद्या, ऐश्वर्य, मान, सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि के साथ-साथ घर परिवार की उन्नति होती है.
लोगों के मन में अक्सर यह चलता रहता है कि पितृ पक्ष में कोई खरीददारी करें या न करें. कुश लोग पितृ पक्ष में खरीददारी करना अशुभ मानते हैं. जबकि पितृ पक्ष तो अपने पितरों को स्मरण करने का समय होता है उन्हें घर आने का अवसर मिलता है. ये घर परिवार को देखकर प्रसन्न होते हैं. इस समय विवाह, मुंडन आदि जैसे मांगलिक कार्य तो नहीं किये जाते हैं. परंतु पूजा पाठ तथा खरीददारी करना वर्जित नहीं होता है.