Patripaksh Mela 2021: आपदा पर भारी पड़ रही आस्था, पितरों की मुक्ति के लिए बारिश में भींगकर पिंडदान कर रहे लोग
ABP News
पितृपक्ष की अवधि को महालया योग कहते हैं. कहा जाता है कि यमराज भी इन दिनों पितरों की आत्मा को मुक्त देते हैं. इस महालया में सभी पितर गया आते है और अपने वंशजों का इंतजार पिंडदान के लिए करते हैं.
गया: बिहार के गया जिले के फल्गु नदी के किनारे पिंडदान का सिलसिला जारी है. सुबह से ही हो रही मूसलाधार बारिश के बीच पिंडदानी और तीर्थयात्री पिंडदान करते नजर आ रहे हैं. बारिश में भींग कर वे अपने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान, तर्पण आदि कर्मकांडों को पूरा कर रहे हैं. बता दें कि इस साल छह अक्टूबर तक चलने वाले पितृपक्ष के दौरान अब तक देश-विदेश से तीन लाख से अधिक तीर्थयात्री व पिंडदानी गया पहुंच चुके हैं.
लोगों को परेशानी का करना पड़ रहा सामना
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