Patiala Violence: पटियाला में तनाव, कर्फ्यू के बीच आज हिंदू संगठन ने बुलाया बंद, मंदिर पर हमले के खिलाफ एक्शन की मांग
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Patiala Violence: पंजाब के पटियाला में खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के दौरान हुई हिंसा से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. हिंसा के दौरान काली माता मंदिर पर हुए हमले के विरोध में आज हिंदू संगठन ने बंद का ऐलान किया है.
पंजाब के पटियाला में शिवसैनिकों और खालिस्तान समर्थकों के बीच हुई हिंसा के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. हिंसा के दौरान काली मंदिर पर हुए हमले के विरोध में आज (30 अप्रैल को) शिवसेना हिंदुस्तान नाम के हिंदू संगठन ने पटियाला में बंद का ऐलान किया है. संगठन के अध्यक्ष के अध्यक्ष पवन गुप्ता का कहना है कि मार्च से काली मंदिर का कोई लेना-देना नहीं था. लेकिन फिर भी खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर पर हमला करके बेअदबी की है. गुप्ता आज खालिस्तान समर्थकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन करेंगे.
एहतियात के तौर पर प्रशासन ने शुक्रवार शाम 7 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक शहर में कर्फ्यू लगा दिया. अब प्रशासन की नजरें आज घटने वाले घटनाक्रम पर है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस-प्रशासन के उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाकर घटना की तुरंत जांच करने के आदेश दिए हैं. बता दें कि 29 अप्रैल को शिवसेना (बालासाहब) के कार्यकर्ताओं ने पटियाला में खालिस्तान मुर्दाबाद मार्चा का आयोजन किया था. इस दौरान शिनसैनिकों और खालिस्तान समर्थकों के बीच झड़प हो गई थी. मार्च की अगुवाई करने वाले हरीश सिंगला की कार पर पथराव भी किया गया था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नानक सिंह के मुताबिक खालिस्तान विरोधी मार्च के दौरान हिंसा में 4 लोग घायल हुए हैं. इनमें 2 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. घायल होने वाले पुलिसकर्मियों में एक पंजाब पुलिस का इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल है. एसएसपी का कहना है कि प्रोटेस्ट मार्च की अनुमति नहीं दी गई थी. वहीं, इस घटना के बाद शिव सेना ने हरीश सिंगला को पार्टी से निकाल दिया है. शिवसेना पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष ने सिंगला को पार्टी से निकाले जाने की बात कही है. प्रदेशाध्यक्ष के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और युवा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य ठाकरे के कहने पर हरीश को निकाला गया है.
पुलिस को करनी पड़ी फायरिंग
झड़प के दौरान लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया और फायरिंग भी की. पुलिस का कहना है कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आदेश पर हालात को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाए गए. वहीं, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तनावपूर्ण हालात पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि पटियाला के लोग शांति प्रिय हैं. उन्होंने लोगों से किसी तरह के उकसावे में नहीं आने की अपील की और उम्मीद जताई कि पंजाब पुलिस लॉ एंड ऑर्डर सुनिश्चित करेगी.
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