NTA JEE Main 2021 March Topper: फरवरी सेशन में थे 99.9 फीसदी नंबर, इस बार स्कोर किए पूरे 100
AajTak
NTA JEE Main March 2021 Topper: परीक्षा में शामिल हुए छात्र आधिकारिक वेबसाइट nta.ac.in, ntaresults.nic.in, jeemain.nta.nic.in पर विजिट कर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. रिजल्ट चेक करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर दिख रहे डायरेक्ट लिंक पर जाना होगा और अपने क्रेडेंशियल्स की मदद से लॉगिन कर रिजल्ट चेक करना होगा.
NTA JEE Main 2021 March Topper: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE Main 2021 March सेशन के रिजल्ट बुधवार 24 मार्च को देर शाम जारी कर दिए हैं. पेपर 1 (BE/BTech) परीक्षा में कुल 13 उम्मीदवारों ने 100 प्रतिशत परफेक्ट स्कोर किया है. परीक्षा में शामिल हुए छात्र आधिकारिक वेबसाइट nta.ac.in, ntaresults.nic.in, jeemain.nta.nic.in पर विजिट कर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. रिजल्ट चेक करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर दिख रहे डायरेक्ट लिंक पर जाना होगा और अपने क्रेडेंशियल्स की मदद से लॉगिन कर रिजल्ट चेक करना होगा. परीक्षा के दूसरे फेज में इस बार 13 स्टूडेंट्स ने 100 फीसदी नंबर स्कोर किए हैं. टॉपर्स के नाम इस प्रकार हैं- रोहित कुमार रेड्डी (तेलंगाना ), मदुर आदर्श रेड्डी (तेलंगाना), जेनिथ मल्होत्रा (राजस्थान), जोसुला वेंकट आदित्य (तेलंगाना), रोहित कुमार (राजस्थान), काव्या चोपड़ा (दिल्ली), बृतिन मंडल (पश्चिम बंगाल), सिद्धार्थ कालरा (दिल्ली), कुमार सत्यदर्शी (बिहार), मृदुल अग्रवाल (राजस्थान), अश्विन अब्राहम (तमिलनाडु), अथर्व अभिजीत ताम्बत (महाराष्ट्र), बख्शी गार्गी मकरंद (महाराष्ट्र). इन टॉपर्स में दिल्ली की काव्या चोपड़ा इंजीनियरिंग इंट्रेंस एग्जाम में 100 पर्सेंटाइल स्कोर करने वाली पहली फीमेल स्टूडेंट बनी हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, काव्या के फरवरी सेशन के एग्जाम में 99.9 फीसदी नंबर थे मगर वह अपने नंबरो से संतुष्ट नहीं थीं इसलिए दोबारा एग्जाम दिया. दूसरे अटेम्प्ट में काव्या ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर किया है. अब वह JEE Advanced 2021 के लिए तैयारी में जुट गई हैं.गुजरात के मुख्य सचिव की ओर से कोर्ट में हलफनामा पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि राज्य सरकार के 27 विभिन्न विभागों में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 21,114 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं. इन रिक्तियों में 9,251 पद दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए, 4,985 पद श्रवण बाधितों के लिए, 1,085 पद लोकोमोटर विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए, और 5,000 पद अन्य विकलांगताओं से प्रभावित व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.