NEP 2022 Fake News: 10वीं के बोर्ड खत्म, MPhil भी होगा बंद! जानें वायरल दावे का सच
AajTak
NEP 2022 Fake News: वायरल फोटो में दावा किया गया है कि केंद्रीय कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई हैं और MPhil भी बंद दिया गया है. बता दें कि यह वायरल दावा एकदम गलत है और यह फोटो भी फेक है.
NEP 2022 Fake News: आगामी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के बीच, सोशल मीडिया पर छात्रों को एक वायरल फोटो सर्कुलेट हो रही है, जिसके मुताबिक 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई हैं. वायरल फोटो में दावा किया गया है कि केंद्रीय कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं खत्म कर दी गई हैं और MPhil भी बंद दिया गया है. बता दें कि यह वायरल दावा एकदम गलत है और यह फोटो भी फेक है.
फोटो में 20 मार्च 2022 की डेट लिखी है, और कहा गया है कि 34 वर्षों के बाद शिक्षानीति में बदलाव किया गया है. वायरल दावा कहता है कि अब केवल 12वीं कक्षा में बोर्ड एग्जाम होंगे. MPhil कोर्स को पूरी तरह खत्म करने की भी बात कही गई है. बता दें कि शिक्षामंत्रालय ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है और 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं अभी जारी रहेंगी. MPhil कोर्स भी पूर्व की तरह जारी रहेगा.
पिछले महीने भी ऐसी ही एक फोटो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हुई थी जिसमें यही दावे किए गए थे. उस समय पर PIB ने इसका फैक्ट चेक किया था और बताया था कि किए जा रहे दावे झूठे हैं.
A #Whatsapp message claims that according to the New Education Policy, there will be no board exams for class 10th.#PIBFactCheck: ▶️ This claim is #fake. ▶️@EduMinOfIndia has not issued any such order. Read more: https://t.co/6WQyQNLX14 pic.twitter.com/YAcxwujZxU
नई शिक्षानीति में ऐसी घोषणाएं नहीं हैं जिसमें 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं या MPhil कोर्स खत्म कर दिया जाए. छात्रों को सलाह है कि वे ऐसे किसी भी दावे पर कतई भरोसा न करें और केवल आधिकृत स्रोत से मिली जानकारी पर ही भरोसा करें.
गुजरात के मुख्य सचिव की ओर से कोर्ट में हलफनामा पेश किया गया, जिसमें बताया गया कि राज्य सरकार के 27 विभिन्न विभागों में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 21,114 पदों पर नियुक्तियां की जानी हैं. इन रिक्तियों में 9,251 पद दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले व्यक्तियों के लिए, 4,985 पद श्रवण बाधितों के लिए, 1,085 पद लोकोमोटर विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए, और 5,000 पद अन्य विकलांगताओं से प्रभावित व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.