Narendra Giri ने वसीयत की तरह क्यों लिखा सुसाइड नोट? जानें संत की मौत से जुड़े 7 बड़े सवाल
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महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत का मामला पूरे देश की सुर्खियां बना हुआ है, आखिर नरेंद्र गिरि की मौत का राज क्या है? क्या वो अपने शिष्य आनंद गिरि से इतने परेशान थे कि उन्होंने खुदकुशी कर ली? या फिर इस खुदकुशी की थ्योरी में छेद है? महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर जितने मुंह उतने सवाल भी हैं. पुलिस ने आनंद गिरि पर सुसाइड के लिए उकसाने के आरोपों में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि साधु-संत ये मानने को तैयार नहीं हैं कि महंत नरेंद्र गिरि ने खुदकुशी की होगी. हत्या के एंगल से जांच की मांग उठ रही है. वहीं सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने बलबीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी बनाया है. सुसाइड नोट में महंत ने बलबीर को मठ का नया महंत बनाने की इच्छा जताई थी. आखिर नरेंद्र गिरि ने वसीयत की तरह क्यों लिखा सुसाइड नोट? जानें संत की मौत से जुड़े 7 बड़े सवाल.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
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