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MP: महाकाल मंदिर हंगामा मामले में BJYM के दो अध्यक्ष समेत 18 पदाधिकारियों को पद से हटाया गया
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मध्य प्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की नाराजगी के बाद प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष वैभव पवार ने 2 अध्यक्षों सहित 18 पार्टी कार्यकर्ताओं को पद मुक्त कर दिया है. महाकाल मंदिर परिसर में राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के आने के दौरान युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंदिर में दुर्व्यवहार किया था जिसका वीडियो सामने आने बाद एक्शन लिया गया.
उज्जैन महाकाल मंदिर में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा हंगामा किए जाने के मामले में पार्टी ने सख्त एक्शन लेते हुए नोटिस देने के बाद दो अध्यक्षों समेत 18 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को पार्टी के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया है. BJYM के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की कड़ी नाराजगी के बाद यह फैसला लिया है. B
JYM प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने उज्जैन नगर के जिलाध्यक्ष अमय शर्मा और उज्जैन ग्रामीण के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह जलवा सहित को 18 पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं हटा दिया है. महाकाल मंदिर में दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ता देख बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार को इन सभी के खिलाफ एक्शन लेने के सख्त निर्देश दिए थे.
कांग्रेस ने की थी नामजद मामला दर्ज कराने की मांग
मंदिर परिसर में दुर्व्यवहार करने के मामले में कांग्रेस ने बीजेपी के इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराने की मांग की थी. पीसीसी चीफ कमलनाथ के मीडिया को-आर्डीनेटर नरेंद्र सलूजा में लिखा था, "महाकाल मंदिर के नंदी हाल में भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा कर्मियों से विवाद कर जबरदस्ती प्रवेश किया. इस सच्चाई को खुद भाजयुमो ने मान अपने 18 कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया. पता नहीं प्रशासन किस दबाव में विवाद की सच्चाई को स्वीकार नहीं रहा है? इन 18 लोगों पर प्रशासन तत्काल नामज़द प्रकरण दर्ज करवाये. क्योंकि इन्होंने धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है और नियमों को तोड़ा है. खुद भाजयुमो नेतृत्व ने भी इनकी गलती मान इस सच्चाई को स्वीकारा है.
क्या हुआ था महाकाल मंदिर परिसर में? BJYM राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या बुधवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंते थे. अपने नेता से मिलने के लिए बड़ी संख्या में युवा मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी परिसर पहुंचे. प्रोटोकॉल अनुसार तेजस्वी सूर्या को तो बाबा महाकाल के दर्शन के लिए गर्भगृह में प्रवेश दे दिया गया, मगर उनके साथ आए BJYM कार्यकर्ताओ को रोक दिया गया था. जिसके बाद वह जबरदस्ती जाने की कोशिश करने लगे. वहीं जब मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन कार्यकर्ताओं ने मनमानी करते हुए स्टील की रेलिंग कूदकर नंदीहाल में प्रवेश करने की कोशिश की. जिसकी वजह से अफरातफरी का माहौल बन गया और सुरक्षा गार्ड और BJYM कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. जिसके बाद बीजेपी और BJYM की जमकर किरकिरी हुई थी.
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महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे ने एक जोरदार बयान दिया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि उन्हें हल्के में न लिया जाए. शिंदे ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उन्हें हल्के में लेगा, तो वे उसकी टांग पलट देंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कोई मतभेद नहीं है.
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